Onam Festival : केरल राज्य के सबसे पॉपुलर त्यौहार में से एक त्यौहार ओणम है वहां के लोग इस पर्व का साल भर इंतज़ार करते है
बहुत सारे लोग ऐसे भी जिन्हे ओणम के बारे में जानकारी नहीं होगी की ओणम क्या है(What is Onam in Hindi), Onam kyon manaya jata hai, ओणम कहा मनाया जाता है इत्यादि अगर आपको भी ओणम त्यौहार के बारे में जानकारी नहीं है तो आप बिलकुल सही जगह पर है
आज के इस लेख में हम आपको ओणम पर्व के बारे में विस्तार रूप से जानकारी देने वाले है
ओणम क्या है Onam Kya Hai– What is Onam in Hindi
ओणम केरल राज्य का एक प्रमुख त्यौहार है ओणम का पर्व दक्षिण भारत में खासकर केरल में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है.
केरल के लोग पुरे साल इस पर्व का बेसब्री से इंतजार करते हैं. केरल में मनाया जाने वाला ये पर्व 30 अगस्त से शुरू हुआ यह त्योहार 8 सितंबर तक मनाया जाएगा
ओणम का त्यौहार इसलिए भी ख़ास मन जाता है क्योंकि इसकी पूजा मंदिर में नहीं बल्कि घर में की जाती है.
ओणम त्योहार कहाँ मनाया जाता है? Onam Kahan Manaya Jata Hai ?
यह त्यौहार दक्षिण भारत का बहुत ही चर्चित त्यौहार है. ओणम का त्योहार दक्षिण भारत में खासकर केरल में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है.
इस दिन घरों को फूलों और रंगोली से सजाया जाता है. इस पर्व के ख़ास मौके पर घर में तरह-तरह के पकवान भी बनाए जाते हैं
ओणम त्यौहार का महत्व
ओणम का त्योहार पूरे दस दिनों तक मनाया जाता है। यह त्यौहार हर्षोल्लास और परंपराओं से भरा हुआ त्योहार है।
ओणम की शुरुआत होते ही लोग अपने घरों को सजाना शुरू करते हैं। ओणम त्यौहार में रंगोली बनाने का ख़ास महत्त्व है।
ओणम के पहले दिन हर घर के आंगन में रंगोली बनायी जाती है, जिसे पूलकम कहा जाता हैं। पहले दिन यह रंगोली छोटी बनायीं जाती है लेकिन हर दिन के साथ इसमें एक पंक्ति बढ़ा दी जाती है।
दसवा दिन तक आते रंगोली का आकार बहुत ही बड़ा हो जाता है।
ओणम त्योहार पर रंगोली के साथ दिए भी जलाए जाते हैं।
भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन, राजा महाबली ने देवताओं को जीतने में कामयाबी हासिल की और तीनों लोकों पर अपना शासन स्थापित किया। दानव राजा होने के बावजूद वह एक उदार शासक था और लोग उसे प्यार करते थे।
ओणम क्यों मनाते हैं? Onam Kyon Manaya Jata Hai?
मान्यता है कि केरल के राजा बलि के राज्य में प्रजा बहुत ही सुखी और संपन्न थी. ओणम के दिन राजा महाबली अपनी प्रजा से मिलने के लिए धरती पर आते हैं। इस खुशी में दक्षिण भारत में यह त्योहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है।
विष्णु वामन अवतार लेकर आए और तीन पग में उनका पूरा राज्य लेकर उनका उद्धार कर दिया. माना जाता है कि वे साल में एक बार अपनी प्रजा को देखने जरूर आते हैं. और उन्हीं के आने की खुशी में परतेक वर्ष ओणम मनाया जाता है.
Onam Kab Manaya Jata Hai ?
हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद की त्रयोदशी तिथि को ओणम का त्योहार मनाया जाता है। वहीं, मलयालम कैलेंडर के अनुसार ओणम का पर्व चिंगम माह में पड़ता है।
ओणम 2022 कब है?
इस साल 23 अगस्त से इस पर्व की शुरुआत होगी और 8 सितंबर तक ये त्योहार मनाया जाएगा. ये त्योहार 10 दिनों तक मनाया जाता है.
त्यौहार का नाम | Onam 2022 (ओणम 2022) |
कब मानते है | भाद्रपद की त्रयोदशी तिथि को |
क्यों मनाते है | नई फसल के आने की खुशी में ओणम पर्व मनाया जाता है। ओणम का पर्व अजर-अमर राजा बलि के लिए मनाया जाता है. |
कैसे मनाते है | घरो को सजा कर और रंगोली बना कर, खेल प्रतियोगी का आयोजन कर, और साथ व्यंजन बना कर |
Onam 2022 तारीख | 30 अगस्त 2022 (मंगलवार) से 8 सितंबर 2022 (गुरुवार) |
ओणम का त्योहर कैसे मनाया जाता है? ओणम कैसे मनाया जाता है?
ओणम की शुरुआत होते ही लोग अपने घरों को सजाते हैं। ओणम में रंगोली बनाने का विशेष महत्त्व है।
ओणम के खास मौके पर तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं. इसमें पचड़ी, रसम, पुलीसेरी, एरीसेरी, खीर और अवियल आदि शामिल हैं.
केरल के लोग ओणम के त्योहार के दौरान केवल दूध से ही 18 तरह के व्यंजन बनाते हैं
इस त्यौहारके दौरान लोग दूर-दूर से यहां घूमने के लिए आते हैं. कई तरह की खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है.
इस पर्व के मौके पर सर्प नौका दौड़ का भी आयोजन किया जाता है. नावों को फूलों से सजाया जाता है. नृत्य और गाना-बजाना होता है.
राजा बलि के स्वागत के लिए महिलाएं घरों को रंग-बिरंगे फूलों से सजाती हैं और रंगोली बनाती हैं. रंगोली को दीपों से सजाया जाता है. इस दिन लोग एक दूसरे को इस पर्व की शुभकामनाएं देते हैं.
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मन जाता है की एक महाबली नाम का असुर था. वह अपनी प्रजा का बहुत खयाल रखता था. यही कारण था कि उनकी प्रजा देवताओं की तरह ही उनकी पूजा करती थी.
एक बार विष्णु भगवन वामन रूप में वह राजा बलि के पास गए और राजा बलि से तीन वचन मांगे. उन वचनों को पूरा करने के लिए राजा बलि को पाताल लोक जाना पड़ा. इससे उनकी प्रजा को काफी दुःख हुआ
इस प्रेम को देखकर भगवन विष्णु ने उन्हें ये वरदान दिया कि वे साल में एक बार अपनी प्रजा से मिलने के लिए जा सकेंगे. ऐसा माना जाता है कि राजा बलि अपने प्रजा से मिलेंगे और उनके दुखों को दूर करेंगे. ऐसा माना जाता है कि वे साल में एक बार अपनी प्रजा को देखने जरूर आते हैं और उनके आने की खुशी में ही ओणम मनाया जाता है.
FAQs on Onam Kyon Manaya Jata Hai
Q. ओणम कब और कहाँ मनाया जाता है?
ओणम केरल का एक पर्व है। ओणम का उत्सव सितम्बर में राजा महाबली के स्वागत में प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है जो दस दिनों तक चलता है।
Q. Onam त्योहार कहाँ मनाया जाता है?
केरल का यह प्राचीन और पारंपरिक त्योहर 10 दिन तक मनाया जाता है.
Q. ओणम त्यौहार कैसे मनाया जाता है?
ओणम के पर्व पर केरल में लोग अपने घर को फूल, रंगोली आदि से सजाते हुए घर में पुलीसेरी, चड़ी, रसम, खीर आदि स्वादिष्ट पकवान बनाते हैं.
इस पर्व पर केरल में तरह के खेल प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है
Q. ओणम के दिन केरल वासी क्या करते हैं?
ओणम पर्व केवल राज्य में ही नहीं बल्कि पूरे दक्षिण भारत में धूम-धाम से मनाया जाता है. इस दिन केरल में प्रसिद्ध कई तरह के खेल आयोजन होता है. इस ख़ास मौके पर घर की सजावट की जाती है और रंगोली बनायीं जाती है
Q. फसल पकने पर केरल में कौन सा त्यौहार मनाया जाता है?
ओणम त्यौहार को खासतौर पर खेतों में फसल की अच्छी उपज के लिए मनाया जाता है.
Q. केरल का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?
ओणम केरल का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है जिसे पूरे राज्य में बहुत ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
Q. Onam Kyon Manaya Jata Hai
ओणम का उत्सव सितम्बर में राजा महाबली के स्वागत में प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है जो दस दिनों तक चलता है। खेतों में फसल की अच्छी उपज के लिए भी इस त्यौहार मनाया जाता है.
Conclusion: Onam Kyon Manaya Jata Hai
दोस्तों इस लेख में आपने ओणम त्यौहार के बारे में पूरी जानकारी ले पाए जैसे की onam kya hai, onam kyon manaya jata hai और उससे से जुड़ी सभी जानकारी
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