IP Address: बहुत सारे लोग इंटरनेट उसे तो करते है पर उन्हें ये नहीं पता होता है की IP Address क्या होता है. किनते प्रकार का होता है. अगर आप भी उनमे से एक है आपको भी नहीं पता यही की आईपी एड्रेस होता क्या है तो आज के इस लेख को पढ़ने के बाद ये बात आप अच्छे से जान और समझ जायेंगे.
तो चलिए जानते है IP address के बारे में .
IP Address क्या है (What Is an IP Address in Hindi)
आईपी एड्रेस का पूरा रूप इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस (Internet Protocol Address) होता है. आईपी एड्रेस एक नुमेरिक वैल्यू होती है जो हर एक कंप्यूटर को असाइन होती है जब भी वो किसी TCP या IP बेस्ड नेटवर्क से कनेक्ट होता है कम्युनिकेशन करने के लिए. IP एड्रेस 2 पार्ट्स में बता रहता है होस्ट पार्ट और लोकेशन एड्रेसिंग.
जब हम किसी कंप्यूटर में इंटरनेट का यूज़ करने के लिए उसे नेटवर्क से जोड़ते है तो उससे यूनिक नंबर दिया जाता है जिससे की उस कंप्यूटर की पहचान हो सके उस यूनिक नंबर को IP address ya Internet Protocol Address कहा जाता है.
आईपी एड्रेस के संस्करण (Versions of IP Address in Hindi)
IP एड्रेस का 2 वर्शन में उपलब्ध है जिसमे पहला IP version 4 (IPV4) aur dusra IP version 6(IPv6) hai.
IPV4 – यह IP एड्रेस 32 बिट नंबर के होते है.
IPV6 – यह IP एड्रेस 128 बिट नंबर के होते है.
IPv4 एड्रेस को 5 क्लास में विभाजन किया गया हुआ है जो : Class A, Class B, Class C, Class D and Class E hai. क्लास A, B और C का ज्यादा टार उसे डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है. प्रत्येक क्लास जो है एक वैलिड IP एड्रेस के रेंज को रखता है.
Class Address Range Supports
Class A 1.0.0.1 से लेकर 126.255.255.254 कई उपकरणों के साथ बड़े नेटवर्क
Class B 128.1.0.1 से लेकर 191.255.255.254 मध्यम आकार के नेटवर्क
Class C 192.0.1.1 से लेकर 223.255.254.254 छोटे नेटवर्क
Class D 224.0.0.0 से लेकर 239.255.255.255 मल्टीकास्ट समूहों के लिए आरक्षित
Class E 240.0.0.0 से लेकर 254.255.255.254 भविष्य के उपयोग, या अनुसंधान और विकास के लिए
IP Address Format
IPv4 address format
IP एड्रेस IPv4 का फॉर्मेट 32 बिट नुमेरिक एड्रेस होता है जो की 4 नंबर से बना होता है जो की डॉट से सेपरेट रहता है.
IPv4 का फोरमत कुछ इस तरीके का होता है x . x . x . x jisme value 0 se 255 के बीच में रहता है.
IPv6 address format
IPv6 एड्रेस दो फॉर्मेट में हो सकते है
Normal – Sirf IPv6 format
Dual – IPv6 aur IPv4 फोर्मट्स मिलकर जो IP एड्रेस बनता है.
An IPv6 (Normal) एड्रेस का फोरमत कुछ इस तरीके का होता है y : y : y : y : y : y : y : y jisme value 0 se FFFF के बीच में रहता है. An IPv6 के साधारण एड्रेस आठ टुकड़ों में होते है जैसा की आप ऊपर दिए गए फॉर्मेट को देख कर आसानी से समझ सकते है.
आईपी एड्रेस के प्रकार (IP addresses Ke Types)
आईपी एड्रेस 2 टाइप के होते है जो निचे दिए गए है.
1) Static आईपी एड्रेस
2) Dynamic आईपी एड्रेस
चलिये विस्तार में जाने Static आईपी एड्रेस और Dynamic आईपी एड्रेस क्या है और इनमे क्या अंतर है.
1) Static आईपी एड्रेस
Static name से आपको पता चल रहा होगा की ये आईपी एड्रेस बदलते नहीं है ये तभी बदलता है जब नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर चाहता है. यह एक फिक्स यानि की परमानेंट आईपी एड्रेस होता है जिसके की डिवाइस और नेटवर्क के बीच अच्छे से कम्युनिकेशन हो पाती है. पब्लिक आर्गेनाईजेशन और लीज्ड कनेक्शन में ज्यादा टार static आईपी एड्रेस ही दी जाती है क्यूंकि यहाँ पर स्थैतिक यानि की फिक्स्ड आईपी एड्रेस की जरुरत होती है. Static आईपी एड्रेस महंगा होता है.Static आईपी एड्रेसकम सिक्योर माना जाता है क्यूंकि इससे ट्रैक करना आसान होता है.
2) Dynamic आईपी एड्रेस
डयनमिक आईपी एड्रेस भी आईपी एड्रेस का टाइप है जो डयनमिकालय आपके कंप्यूटर को दिया जाता है. यह आईपी एड्रेस टेम्पररी होता है.यह आईपी एड्रेस हर बार आपके कंप्यूटर को दिया जाता है जब वो इंटरनेट से कनेक्ट होता है. डयनमिक आईपी एड्रेस ज्यादा सिक्योर होता है क्यूंकि इससे ट्रैक करना मुश्किल होता है.
मेरा आईपी एड्रेस क्या है कैसे पता करें ? (How to Find Your IP Address in Hindi)
आईपी एड्रेस जानने के लिए अपने कंप्यूटर या मोबाइल में ब्राउज़र ओपन करे गूगल पर सिर्फ what is my ip या what is my ip address सर्च करे और गूगल आपका पब्लिक आईपी एड्रेस बता देगा
Conclusion: IP Address
उम्मीद है की अब आप IP address के बारे में पूर्ण रूप से जान गए होंगे.
अगर आईपी एड्रेस से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव आपके पास हो तो कमेंट करे. हमारे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छा लगा हो तो शेयर ज़रूर करे.