Holi Kyu Manaya Jata Hai: रंगों का त्यौहार कहे जाने वाला होली फाल्गुन मास के पूर्णिमा को मनाया जाता है. होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला भारतीय लोगों का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है
ये एक ऐसा त्यौहार है जिसमे बच्चे बूढ़े हर उम्र के लोग शामिल होकर रंग पानी खेलते है ढोल और ताशे बजाते है गीत गाते झूमते है. होली का पर्व भगवान श्री कृष्ण और राधा के प्रेम के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है।
भारत दुनिया में एक ही ऐसा देश है जहा सभी लोग मिलकर हर त्यौहार में खुशिया मानते है और एक दूसरे को शुभकामना ये देते है.
आज इस लेख में विस्तार में जानेंगे की होली कब और क्यों मनाया जाता है.
हर साल हर कोई होली मानते है पर बहुत काम लोगो के ये बात पता होती है की होली क्यों मनाया जाता है

होली क्या है? (What is Holi Festival in Hindi)
होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला भारत देश का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है होली का त्यौहार हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है
होली को रंगों का त्यौहार भी कहा जाता है.होली का पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन तक मनाया जाता है
पहले दिन को होलिका जलाया जाती है जिसे लोग होलिका दहन और छोटी होली के नाम से भी जानते है
दूसरे दिन लोग रंग, अबीर और गुलाल एक दूसरे पर फेंकते है ढोल बजाये जाते है और लोग होली के गीत गाते है लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग और गुलाल लगाते है.
गाना और रंग लगाने का काम होली वाले दिन दोपहर तक चलता है. फिर दोपहर के बाद लोग स्नान कर नए कपड़े पेहेनते है और एक दूसरे से मिलते है और उन्हें मिठाई खिलाते है और ख़ुशियाँ मनाते है.
अन्य त्यौहार की तरह होली भी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. होली को लेकर कई कथाएं प्रचलित है जिससे आज भी कई लोग अंजान हैं. आये जानते है की होली का त्योहार क्यों मनाते हैं?
Holi Kyu Manaya Jata Hai (Why do we celebrate Holi in Hindi)
पौराणिक कथा के अनुसार होली का त्योहार की शुरुआत हिरण्यकश्यप के जमाने से होना मानी जाती है। हिरण्यकश्यप प्राचीन भारत का एक राजा था जो कि असुर की तरह था
हिरणकश्यप ने तपस्या कर भगवान ब्रह्मा से अमर होने का वरदान पा लिया था। वरदान में उसने मांगा था कि कोई जीव-जन्तु, देवी-देवता, राक्षस या मनुष्य उसे मार न सके। इस वरदान से घमंड में आकर वह चाहता था कि हर कोई उसकी ही पूजा करे। लेकिन उसका बेटा भगवान विष्णु का परम भक्त था। उसने प्रहलाद को आदेश दिया कि वह किसी और की स्तुति ना करे, लेकिन प्रहलाद नहीं माना
ईश्वर की भक्ति से पिता हिरण्यकश्यप नाखुश थे। इसी बात को लेकर उन्होंने अपने पुत्र को भगवान की भक्ति से हटाने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन भक्त प्रह्लाद प्रभु की भक्ति को नहीं छोड़ पाए।
बेटे प्रहलाद के ना मानने पर हिरण्यकश्यप ने उसे जान से मारने का प्रण लिया. अग्नि से बचने का वरदान प्राप्त बहन होलिका के संग प्रहलाद को आग में जलाना चाहा, लेकिन इस बार भी बुराई पर अच्छाई की जीत हुई और प्रहलाद बच गया और उसकी बुआ होलिका अग्नि में जलकर भस्म हो गई और तभी से होली का त्योहार मनाया जाने लगा.
होली त्योहार का क्या महत्व है (Importance of Holi Festival in Hindi)
होली पर्व का महत्व अन्य पर्व की तुलना में अत्यधिक है। इस साल होली 14 मार्च (मंगलवार) को मनाई जाएगी।
होली त्योहार का भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व है। यह न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि समाज में एकता, भाईचारे और प्रेम की भावना को बढ़ावा देने वाला पर्व भी है। होली का प्रमुख महत्व यह है कि यह अच्छाई की बुराई पर जीत और सच्चाई की विजय का प्रतीक मानी जाती है।
शास्त्रों में इस त्यौहार को मनाए जाने के पीछे कई कथाएं हैं।
होली पर्व को मानाने के साथ विभिन्न तरह की कहानियां जुड़ी हुई हैं, उन्हीं में से एक प्रहलाद और हिरण्यकश्यप की कहानी है।
2025 में होली कब है (When is Holi in 2025) | Holi 2025 Kab Hai
2025 में 14 मार्च, बुधवार को होली है 13 मार्च को होलिका दहन यानि की छोटी होली है.
होली कैसे मनाये
जैसा की आप जान गए होंगे की होली का त्यौहार दो दिन मनाया जाता है चलिए अब जानते है की पहले दिन और दूसरे दिन कैसे होली कैसे मानते है ?
पहले दिन होलिकादहन करना होता है.
होलिकादहन करने के लिए ढेर साडी लकड़िया इकठा कर ले और साथ ही सूखे घास और पाटिया भी जमा करना होता है ताकि होलिका अच्छे से जलाई जा सके. इसके साथ गोबर के उपले भी उससे पे डेल जाते है ताकि जलने के लिए बढ़िया ढेर तैयार हो जाये
भरपूर मात्रा में लकड़ियों और ज्वलनशील पदार्थों को इकठ्ठा करे ताकि होलिकादहन के लिए एक बढ़िया सा ढेर बन जाये
ढेर इकठा हो जाने के बाद होलिका का पुतला को इस ढेर पर रखे
अब होलिका को जलना होता है होलिका जलने के लिए ढेर पर कुछ जवलनशील पदार्थ का उपयोग किया जाता है जैसे की केरोसिन ताकि आग जल्दी से पाकर ले और देर तक जलते रहे . माचिस की तिल्ली जलाकर ढेर पर फेके ताकि उसमे आग लग जाये और वो जलने लगे . इस होली में जलती हुई होलिका को बुराई पर अच्छाई के जीत का प्रतीक माना जाता है.
दूसरे दिन रंगो से होली खेले
होली के त्यौहार को लोग रंगो के और भाईचारे के उत्सव के रूप में मानते है. होली पर्व भेदभाव मिटाकर पारस्परिक प्रेम व सदभाव प्रकट करने का एक सुनहर अवसर है
बाजार से रंग खरीद कर लाये: बाजार से रंग खरीद कर लाते है और सबसे पहले अपने प्रियजनों के साथ रंग खेले उन्हें रंगो से पूरा रंग दे.हमेशा रंग ऐसा ख़रीदे जिससे किसी को हानि न हो और बिना चिंता के अपने परिवार के लोगो के चेहरे और पैर पर लगा सके.
छोटे बच्चे पिचकारी से रंग खेले: छोटे बच्चे के लिए लोग बाजार से पिचकारी खरीद कर लेट है. पिचकारी बन्दुक की तरह होता है जिसमे रंग भरा जाता है और फिर उससे चलने पर उसमे रंगो के फुहारे निकलते है.
आप एक बाल्टी में पानी ले और फिर सूखे रंगो के पैकेट को फर कर रंग को पानी में डाले और उससे घोल दे. अब लोगो पर रंग बरसाने के लिए पिचकारी में रंग भर ले. अब जिसके साथ होली खेलना चाहते है रंग से भीगना चाहते है उसके सामने पिचकारी दबाये और उससे भीगा दे
ढोलक बजाये और गए: होली के दिन शाम को लोग ढोलक के साथ अपने अपने घर से निकले और आस पास के लोगो के साथ इकठे होकर होली के गीत गाये और ढोलक बजाये और मस्ती में झूम कर आनंद ले.
दोस्तों के घर जाकर होली खेले: जब शाम का समय हो जाये तो तैयार होकर अपने दोस्तों के घर जाये और सभी तकलीफ और मन मुटाव को भूल कर भाईचारे के रूप में मिल जल कर त्यौहार मनाये.
होली के दिन क्या करें
सबसे पहली बात होली के दिन कि रंग जरुर खेले इस दिन रंग खेलने से जीवन में खुशियों के रंग आते है और बदकिस्मती दूर भागती है |
सुबह में सबसे पहले भगवान को रंग चढ़ा कर ही होली खेलना शुरू कीजिये
हमेशा नेचुरल रंगो का ही उपयोग करे
घर के बीच में एक चौकोर टुकड़ा साफ कर दे और वह पर कामदेव का पूजन करें. इससे आपके घर में सुख और शांति आती है |
घर आने वाले मेहमानों को मिश्री जरुर खिलायें इससे आपसी प्रेम भाव बढ़ता है
होली के दिन अनजान व्यक्ति से दुरी रखे
होली के दिन क्या न करें
होली के दिन अपने मन में किसी भी व्यक्ति के प्रति शत्रुता या जलन न रखे
इस मनभावन त्यौहार में रासायनिक रंगों का उपयोग न करे जिससे किसी को परेशानी हो जाये.
नशे आदि का इस्तेमाल करके त्यौहार की होने वाली खुशियों को बर्बाद ना करें
किसी के भी आँख, कान,नाक और मुँह में रंग नहीं डाले
होली के त्यौहार के दिन किस रिश्ते के किस अंग में रंग लगायें
होली के त्यौहार में रंगो का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है रंग लगाने की ख़ुशी ही अलग होती है और इस त्यौहार को खास बना देती है.
लेकिन इस त्यौहार में बहुत से लोगो को रंग लगाने से परेशानियों का भी सामना करना पर जाता है इसलिए आपको ये जानना जरूरी है की किस रिश्ते में आपको किस अंग में रंग लगाना चाहिए
माता – पैर
पिता -छाती
पत्नी / पति – सर्वांग
बड़ा भाई -मस्तक
छोटा भाई – भुजायें
बड़ी बहन – हाथ और पीठ
छोटी बहन – गाल
बड़ी भाभी / देवर – हाथ और पैर (ननद और देवरानी सर्वांग में )
छोटी भाभी -सर और कन्धे (ननद सर्वांग में रंग लगायें )
चाची / चाचा – सर से रंग उड़ेले
साले सरहज – कोई अंग बचने न पायें
ताई / ताऊ – पैर और माथे पर
मामा / मामी – बच कर जाने न पायें
बुआ / फूफा – जी भर कर रंग लगायें
मौसी , / मौसा – डिस्टेन्स मेन्टेन करके रंग लगायें
पड़ोसी- सिर्फ सूखा रंग ही लगायें उसमें इत्र जरुर डालें
मित्र – मर्यादायें भूल कर रंग लगायें
बॉस – माथे पर टीका लगायें
बॉस की पत्नी – हाथ में रंग का पैकेट देकर नमस्कार कर लें , शिष्टाचार की सीमा में रहकर रंग लगायें ,
अनजाने व्यक्तियों को – सामाजिक मर्यादा और शिष्टाचार का पूरा ध्यान रखें |
रंगों का त्योहार आपके लिए आनंदोत्सव साबित हो इसलिए हमेशा रिश्तों को ध्यान में रखकर रंग खेले
होली शायरी हिंदी में | Holi 2025 Shayari
Happy Holi Wishes 2025: आज के समय में इंटरनेट का उपयोग काफी ज्यादा होने लगा है ऐसे में कोई भी व्यक्ति किसी को शुभकामना संदेश देने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना ज्यादा पसंद करता है.
जब आप अपने परिवार और दोस्तों से अलग होते है तो ये मैसेज ही होते हैं जो आपकी खुशी और भावनाओं को बयां करते हैं। आज हर कोई भी सोशल साइट्स का उपयोग कर रहा है तो इसके जरिये संदेश विशेष भेजना आसान हो जाता है.
इस दिन लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को इन होली एसएमएस, विशेज भेजकर होली की शुभकामना दे सकते हैं चलिए अब आपके साथ साझा कर रहा हुं होली शायरी हिंदी में जिसे आप अपने प्रियजनों को होली की शुभकामनाये देने के लिए फेसबुक, व्हाट्सप्प भेज सकते है.
Happy Holi Wishes in Hindi 2025
तुम भी झूमों मस्ती में
हम भी झूमें मस्ती में
शोर हुआ सारी बस्ती में
झूमे सब होली की मस्ती में
हैप्पी होली
होली है भई होली है
बुरा न मानो होली है
आओ मिल के खुशियां मनाएं
अपनों को हम रंग लगाएं
Holi Quotes in Hindi
खाना पीना रंग उड़ाना
इस रंग की धुंध में हमें ना भुलाना
गीत गाओ खुशियां मनाओ बोलो मीठी बोली
हमारी तरफ से आपको और आपके पूरे परिवार को हैप्पी होली
रंग उड़े पिचकारी से रंग दे सारा जहॉन
होली के दिन आपको खुशी मिले तमाम
ऐसे मानना होली का त्यौहार
पिचकारी से बरसे सिर्फ प्यार
हैप्पी होली मेरे यार
होली संदेश हिंदी में
रंगो से भरा रहे जीवन तुम्हारा
खुशियां बरसे तुम्हारे आंगन
इद्रधनुष सी खुशियां आएं
आओ मिलकर होली मनाएं
वसंत ऋतु की बहार
चली पिचकारी
उड़ा है गुलाल
रंग बरसे नीले हरे लाल
मुबारक हो आपको होली का प्यारा त्यौहार
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Happy Holi Shayari in Hindi 2025
राधा का रंग और कान्हा की पिचकारी
प्यार के रंग से रंग दो दुनिया सारी
ये रंग न जाने कोई जात न कोई बोली
मुबारक हो आपको रंग भरी होली
पिचकारी की धार, गुलाल की बौछार,
अपनों का प्यार, यही है यारों होली का त्यौहार
हैप्पी होली
हमेशा मीठी रहे आपकी बोली
खुशियों से भर जाए सबकी झोली
आप सबको मेरी तरफ से हैप्पी होली
प्यार के रंग से भरो पिचकारी
स्नेह से रंग दो दुनिया सारी
ये रंग न जाने कोई जात न कोई बोली
आप सभी को मुबारक हो होली
खाना पीना रंग उराणा
इस ख़ुशी के मौके पे हमें न भूल जाना
हैप्पी होली 2025
Conclusion
तो दोस्तों उम्मीद है की अब जान गए होंगे की होली कब और क्यों मनाई जाती है. उम्मीद है की ये लेख पसंद आयी होगी. इस प्यार और सद्भाव के पर्व में रासायनिक(केमिकल) वाले रंग का इस्तेमाल न करे साथ ही ऐसे कुछ न लगाए जिससे किसी को नुक्सान हो जाये
हमेशा आपकी कोशिश होने चाहिए की आप natural होली कलर का ही इस्तेमाल करे. चलिए आप सभी को हिंदीब्लॉग्4U की तरफ से हैप्पी होली अगर आप भी हैप्पी होली विश करना चाहते है तो कमेंट में जरूर लिखे.