आज के समय में आपने ड्रोन या फिर ड्रोन कैमरा के बारे में ज़रूर सुना होगा | क्या आप जानते है कि Drone Kya Hai और कितने प्रकार का होता है.?
अगर अब तक आप ड्रोन के बारे में नहीं जानते है तो इस लेख को जरुर पढ़े इस लेख में हम आपको ड्रोन के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है.
तो आये सबसे पहले जानते है कि ड्रोन क्या है.
Drone Kya Hai (What is Drone in Hindi)
ड्रोन एक एयरक्राफ्ट होता है जिसके अंदर कोई आदमी नहीं होता है और यह रेडियो ट्रांसमीटर कण्ट्रोल की मदद से उड़ता है.
Asaan shabdo me.
ड्रोन एक उड़ने वाला डिवाइस होता है जिसके अंदर कोई व्यक्ति नहीं चढ़ता है और इसे रिमोट के द्वारा उड़ाया जाता है.
ड्रोन को UAV भी कहा जाता है.
UAV ka full form Unmanned aerial vehicle hota hai.
बीते सालों में टेक्नोलॉजी में बहुत विकास हुआ है, हर दिन नए डिवाइस सामने आ रहे है, जिनमे ड्रोन भी शामिल है .
आज भारत में हर जगह इसका उपयोग होते दिख जायेगा ,चाहे सदी में बन रही वीडियो हो या पुलिस के दवारा की जा रही निगरानी हो. इसके अलावा इसका प्रयोग किसी जगह का मनमोहक वीडियो बनाने के लिए भी किया जाता है.
इसके आलावा इसे एक जगह खड़े होकर आसानी से फसलों पर कीटनाशकों का छिड़काव किया जा सकता है. इतना ही नहीं इसके सहायता से विदेशो में ज्यादातर किसान अपना काम कर रहे है.
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ड्रोन कितने प्रकार के होते है?
ड्रोन को अलग अलग साइज और उपयोग के आधार पर प्रकार बता गया है. भारत देश में
ड्रोन को साइज के आधार पर कुछ इस तरह से बता गया है.
- नैनो: 250 ग्राम के बराबर या उससे कम
- माइक्रो: 250 ग्राम से 2 किग्रा
- छोटा: 2 किग्रा से 25 किग्रा
- मध्यम: 25 किग्रा से 150 किग्रा
- बड़ा: 150 किग्रा से अधिक
तो आये सभी प्रकार के बारे में विस्तार में जानते है
Very small drone(Nano) – ये ड्रोन बहुत छोटे एक किट के रूप में होते ह . इन ड्रोन का उपयोग जासूसो दौरा लोगो और चीजो पर खुफिया नजर रखने के लिए किया जाता है क्यूंकि वे आसानी से दिखाई नहीं देते.
Small drone – ये ड्रोन भी छोटे होते ह, लेकिन ये नैनो ड्रोन जितने छोटे नहीं होते है. इन्हे आसानी से अपने हाथों का उपयोग करके उठाया जा सकता है ,और हवा में फेंक दिया जाता है और फिर वे अपने दम पर चलते है
Medium drone- ये ड्रोन स्माल ड्रोन की तुलना में बहुत बड़े होते है. इन्हे दो लोगो की सपोर्ट की जरुरत होती है ताकि उन्हें हवा में उतरा जा सके , जिसके बाद वह अपने आप ही उतरते है.
Large drone – इन ड्रोन को सेना मुख्य रूप से युद्ध के क्षेत्र में निगरानी रखने के लिए उपयोग करते है. सेना इन पर शक्तिशाली कैमरा लगते है जो आकाश में बहुत ऊंचाई से तस्वीर ले सकते है
ड्रोन कैसे काम करता है ?
मानव रहित विमान को सामान्य ड्रोन कहा जाता है, इन्हे किसी एक जगह पर खड़े होकर रिमोट,मोबाइल,और कंप्यूटर दवारा संचालित किया जाता है.
जब हम ड्रोन खरीदते है तो उसके साथ एक रेडियो ट्रांसमीटर कण्ट्रोल मिलता है जिसमे ड्रोन को नियंत्रित करने के लिए बटन दिए गए होते है और इसका ही इस्तेमाल कर ड्रोन को काम में लाया जाता है.
एडवांस ड्रोन की बात करे तो ये किसी देश की सुरक्षा में काम आते है, ये ड्रोन किसी हवाई जहाज की तरह काफी ऊंचाई पर कर सकते है. और इसे किसी भी जगह पर बम से हमला किया जा सकता है.
ड्रोन का उपयोग क्यूँ किया जाता है
सामान्य ड्रोन से करीब 100-200 मीटर की ऊंचाई पर उड़ा सकते है, इन से एक बार में 20-30 मिनट का वीडियो बनाया जा सकता है, इसके साथ इस ड्रोन से करीब 500 मीटर एरिया को भी कवर किया जा सकता है
एडवांस ड्रोन का उपयोग देश की सुरक्षा के लिए किया जाता है,इस ड्रोन को काफी ऊंचाई पर उड़ाया जाता है जिस से किसी भी जगह पर बम से हमला किया जा सकता है.
ड्रोन उराने से पहले ध्यान देने योग्य बाते
ड्रोन को उड़ाने से पहले आपको कुछ बातों के बारे में जान लेना चाहिए.
- ड्रोन का हालत थिक है या नहीं।
- जिस एरिया में ड्रोन उड़ाना चाहते है वहां के नियम और कानून के बारे में जान ले.
- आपका ड्रोन किस केटेगरी में आता है और आपने उसके अनुसार उसका रजिस्ट्रेशन कराना है या नहीं.
- चेक करे की बैटरी चार्ज है या नहीं. और उतने चार्जिंग से काम होगा या नहीं
- चेक करे की आपका ड्रोन और कंट्रोलर एक दूसरे से कनेक्टेड है या नहीं.
- यह जाँच ले की आस पास का एरिया ड्रोन को तुरंत टेक ऑफ और लैंड करने के लिए सही है या नहीं.
ड्रोन को कैसे उराते है ?
आप ड्रोन को आसानी से उड़ा सकते है. आप कोई भी सस्ता सा ड्रोन खरीद कर उसे उड़ाना सीख सकते है. जब ड्रोन खरीदते है तो उसके साथ एक रेडियो ट्रांसमीटर कंट्रोल दिया जाता है जिसका इस्तेमाल ड्रोन को उड़ाने के लिए किया जाता है.
ड्रोन को किसी एक जगह पर खड़ा होकर रिमोट कंट्रोल के इस्तेमाल से उड़ा सकते है.
भारत में ड्रोन उड़ाना अपराध है ?
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) के अनुसार भारत देश में ड्रोन को उड़ाने अब अपराध नहीं है. पर ड्रोन को उड़ाने से पहले आपको उसके कुछ महत्वपूर्ण नियम के बारे में जान लेना चाहिए.
नैनो ड्रोन को छोड़कर बाकि ड्रोन के लिए सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन कराना होता है जिससे उस ड्रोन को एक विशिष्ट पहचान संख्या (यूआईएन)(Unique Identification Number) मिलता है।
ड्रोन का इस्तेमाल अगर आप किसी व्यवसाइक रूप में करना चाहते है तो उसके लिए भी आपको परमिशन लेना होता है. पर अगर आपके पास ननो केटेगरी का ड्रोन है तो 50 फ़ीट के निचे आप उड़ा सकते है इसके लिए परमिशन की जरुरत नहीं होती है या फिर मैक्रो है 200 फीट से नीचे तक उड़ा सकते है
ड्रोन को 400 फ़ीट से ऊपर नहीं उड़ा सकते है.
कुछ ऐसे एरिया होते है जहाँ आप ड्रोन नहीं उड़ा सकते है जिससे “नो फ्लाई जोन” कहा जाता है जैसे कि एयरपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, सचिवालय
Conclusion on Drone Kya Hai
इस लेख में अपने जाना की Drone Kya hai aur ड्रोन कितने प्रकार के होते है अगर आपको ड्रोन से जुड़ी जानकारी अच्छी लगी हो तो इससे और लोगो के साथ जरूर शेयर करे.
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