Saturday, November 23, 2024
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Google Office Kaha Hai

आज गूगल के बारे में कौन नहीं जानता हैं

गूगल दुनिया का सबसे अच्छा सर्च इंजन है जिसे सबसे ज्यादा यूज किया जाता है

गूगल का ऑफिस है दुनिया में और सभी देशों में है जिसमें इंडिया भी शामिल है । पूरी दुनिया में गूगल के 100 ऑफिसेज स्थित है।

आज के समय में हर एक व्यक्ति किसी न किसी तरह से गूगल के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करता ही है चाहे वो जीमेल , यूट्यूब, गूगल पाय, ब्लॉगर इत्यादि .

आज इस लेख में हम आपको गूगल ऑफ़िस इंडिया में कहां कहां हैं Google Office Kaha Hai उसकी जानकारी देने वाले हैं  साथ ही गूगल का हेड ऑफ़िस इंडिया में वर्ल्ड में कहां है इसकी जानकारी भी देंगे।

इंडिया में गूगल ऑफ़िस अलग अलग लोकेशन पर उपलब्ध है. 

इंडिया में गूगल के जितने भी ब्रांच है उन सभी का एड्रेस, फ़ोन नंबर और मैप की लोकेशन हम आपको यहाँ बताने जा रहे है.

Google Office Kaha Hai

India Me Google Office Kaha Hai(Google Office in India)

गूगल का ऑफ़िस भारत के चार मुख्य शहरों में स्थित है जिनका नाम मुंबई गुड़गांव बेंगलुरु और हैदराबाद है।

भारत में गूगल ऑफिस कहां कहां हैं उसका पूरा एड्रेस और मैंप का डायरेक्शन की जानकारी 

Google Office in Bangalore

Google Bangalore Office Address:

No. 3, RMZ Infinity – Tower E

Old Madras Road

4th, and 5th Floors

Bangalore, 560 016 

India

Phone: +91-80-67218000

Google Office Gurgaon

Google Gurgaon Office Address:

Sector 15, Part II Village Silokhera

Gurgaon 122002

India

Phone: +91-12-44512900

Google Office Hyderabad

Google Hyderabad Office Address:

Block 1

DivyaSree Omega

Survey No. 13

Kondapur Village,

Hyderabad, Telangana 500084

India

Phone +91-40-6619-3000

Google Office in Mumbai

Google Mumbai Office Address:

3 North Avenue

Maker Maxity

Bandra Kurla Complex

Bandra East

Mumbai, 400051 

India

Phone: +91-22-6611-7200

Google Head Office in India

गूगल ऑफिस लगभग सभी देशों में है और सभी देशों में जहां उसका ऑफिस होता है वहां एक हेड ऑफिस भी होता है।

उसी तरीके से इंडिया में भी गूगल हेड ऑफिस है।

गूगल हेड ऑफिस इंडिया में हैदराबाद में स्थित है।

Google Ka Head Office Kaha Hai

पूरी दुनिया में भी एक मुख्य गूगल का हेड ऑफिस है।

गूगल का कॉरपोरेट हेड क्वार्टर यूनाइटेड स्टेट्स में स्थित है

Google HQ Address

1600 Amphitheatre Parkway in Mountain View, California, United States.

All Google Offices Lists | Google Offices All Over The World | Google Office Locations

गूगल का भारत में कहा कहा ऑफ़िस है इसकी जानकारी आपको मिल गयी है अब हम आपको बताते है की गूगल का ऑफ़िस दुनिया के कौन कौन से शहर में स्तिथत है. 

Asia

Bangalore

Bangkok

Beijing

Guangzhou

Gurgaon

Hong Kong

Hyderabad

Jakarta

Kuala Lumpur

Melbourne

Mumbai

Seoul

Shanghai

Singapore

Sydney

Taipei

Tokyo – RPG

Tokyo – STRM

North America

Ann Arbor

Atlanta

Austin

Boulder

Boulder – Pearl Place

Boulder – Walnut

Cambridge

Chapel Hill

Chicago – Carpenter

Chicago – Fulton Market

Detroit

Irvine

Kirkland

Kitchener

Los Angeles, US

Madison

Miami

Montreal

Mountain View

New York

Pittsburgh

Playa Vista

Portland

Redwood City

Reston

San Bruno

San Diego

San Francisco

Seattle

Sunnyvale

Toronto

Washington DC

Latin America

Belo Horizonte

Bogota

Buenos Aires

Mexico City

Santiago

Sao Paulo

Europe

Aarhus

Amsterdam

Athens

Berlin

Brussels

Copenhagen

Dublin

Hamburg

Lisbon

London – 6PS

London – BEL

London – CSG

Madrid

Milan

Moscow

Munich

Oslo

Paris

Prague

Stockholm

Vienna

Warsaw

Wroclaw

Zurich

Africa & Middle East

Dubai

Haifa

Istanbul

Johannesburg

Tel Aviv

Google Office Kaha Hai FAQs:

Google का मुख्य कार्यालय कहाँ है? (Where is Google’s main office?)

माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य

मैं Google ग्राहक सहायता से कैसे संपर्क करूं? (How do I contact Google customer support)?

आप हमें 1-866-2-Google (1-866-246-6453) पर सुबह 6:00 बजे से शाम 5:00 बजे पीएसटी, सोमवार से शुक्रवार तक कॉल कर सकते हैं।

क्या मैं Google से चैट कर सकता हूं? (Can I chat with Google?)

जी सूट ग्राहकों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के चैट की पेशकश की जाती है। 

Google का फ़ोन नंबर क्या है? (What is Google’s phone number?)

Google का ग्राहक सहायता नंबर 1-855-836-1987 है

क्या Google सॉफ़्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए कंप्यूटर विज्ञान की डिग्री चाहिए?

नहीं

Google Voice किसके लिए उपयोग किया जाता है? (What is Google Voice used for?)

Google Voice एक ऐसी सेवा है जो 2009 में बनाई गई है जो आपको कॉल, टेक्स्ट और कॉल फ़ॉरवर्डिंग का उपयोग करने और प्राप्त करने की सुविधा देती है।

भारत Google में सबसे कम वेतन क्या है?

Google इंडिया में वेतन औसत at 290,000 से लेकर 3,001,690 प्रति वर्ष तक होता है।

अंतिम शब्द: Google Office Kaha Hai

इस लेख में हमने गूगल ऑफ़िस के पते की जानकारी आपके साथ साझा की है. 

यहाँ से आपको भारत में गूगल का कार्यालय  (Google Office in India), गूगल मुख्यालय (Google Headquarters)की पूरी जानकारी जैसे की एड्रेस, फ़ोन नंबर इत्यादि मिल गयी होगी.

गूगल ऑफ़िस से जुड़ी कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट में ज़रूर बताये.

Artificial Intelligence Kya Hai

आज इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको बताने वाले है की Artificial Intelligence Kya Hai.

दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज के जमाने में Technology का ही बोल-बाला है। हमारे सुख-सुविधा के लिए दिन-प्रतिदिन एक से बढ़ कर एक Technology विकसित हो रहे हैं।

जिस समय कंप्यूटर का आविष्कार हुआ था उस समय किसी ने यह भी नहीं सोचा होगा कि कभी Smart-Phone जैसी कोई चीज भी बनायें जाएंगे।

लेकिन कहा गया है ना कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है। जिस तरह से हमारी आवश्यकता बढ़ती है Technology भी उसी तरह से विकसित किया जाता है।

(जैसे- Robot, Computer, Laptop, Mobile, ATM , Automatic Machine और इस तरह से ना जाने कितने मशीन का आविष्कार किया गया)

अब तो ऐसा भी मशीन बनाया गया है जो इंसान की तरह सोच कर किसी समस्या का हल निकाल सके। 

Technology को एक अलग स्तर पर ले जाने के लिए कंप्यूटर साइंस के कुछ वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कॉन्सेप्ट को दुनिया के सामने रखा। जिसका मूल उद्देश्य था कि एक ऐसे कंप्यूटर कंट्रोल्ड रोबोट या इंटेलीजेंट मशीन या सॉफ्टवेयर बनाया जाए जो कि मनुष्य की तरह बुद्धिमान हो। और वह बिल्कुल मनुष्य की तरह सोच समझकर किसी समस्या का समाधान कर सके तथा जिसमें अपने निर्णय लेने की क्षमता हो।

हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि Technology मे इस तरह का Development ठीक नहीं होगा। क्योंकि ऐसी मशीन से भविष्य में मानव अस्तित्व को ही खतरा हो सकता है।

वर्तमान समय में ऑटोमेटिक मशीन और कंप्यूटर का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा होने लगा है और इनमें जो तकनीक का उपयोग होता है उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस करते हैं। 

हम यह भी कह सकते हैं कि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस ने ही ऑटोमेटिक मशीन और कंप्यूटर को सोचने और समझने की क्षमता देता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मूल काम यह है कि ऐसे इंटेलिजेंट मशीन बनाएं जो कि मनुष्य के जैसे ही बुद्धिमान हो और उसमें अपने निर्णय (Decision) लेने की क्षमता हो।

दोस्तों आर्टिफिशियल का मतलब कृत्रिम होता है जो किसी व्यक्ति के द्वारा बनाया जाता है और इंटेलिजेंस का मतलब बुद्धिमता होता है जो खुद की सोचने की शक्ति रखता हो। अतः आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब कृत्रिम बुद्धिमता होता है।

तो दोस्तों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में इतना जानने के बाद आपके मन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े बहुत सारे सवाल होंगे। हमें मालूम है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में कुछ लोगों को मालूम होगा लेकिन बहुत से लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में नहीं मालूम होगा।

जिन लोगों को मालूम नहीं है उनको अब फिक्र करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ उनको मेरा यह आर्टिकल शुरू से अंत तक पढ़ना होगा। जिससे उनको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त हो जाएगी। क्योंकि आज हम अपनी इस आर्टिकल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी सभी जानकारी विस्तार में शेयर करने वाले हैं।

जैसे की Artificial Intelligence Kya Hai ? और इसका इस्तेमाल कैसे करें? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इतिहास, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का लक्ष्य इत्यादि 

तो दोस्तों अगर यह जानकारी आपको अच्छा लगता है तो आप अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं। तो चलिए सबसे पहले जानते है की Artificial Intelligence Kya Hai?

Artificial Intelligence Kya Hai (What is Artificial Intelligence in Hindi)?

Artificial Intelligence Kya Hai

दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कंप्यूटर या कोई मशीन या फिर कोई भी ऑटोमेटिक मशीन किसी भी कार्य को बहुत सटीक और बहुत तेजी से कर सकता है। जो किसी भी व्यक्ति के लिए संभव नहीं है।

इसलिए Computer Science के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मशीन को विकसित करने के बारे में सोचा जो मानव के जैसे ही किसी भी समस्या को सोच-समझकर उसका समाधान कर सके। 

इसके अलावा उस मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता हो। इसके साथ-साथ वह बोल सके, एक्टिंग कर सके, कुछ भी सीख सके, तथा उसमें Feelings हो Emotion भी हो।

और इस तरह से ऑटोमेटिक मशीन में सॉफ्टवेयर को Develop  करना ही तथा उस मशीन में सोचने समझने की क्षमता को ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( AI ) या कृत्रिम बुद्धिमता कहते हैं।

ये सोचने समझने की क्षमता प्रकृति के द्वारा मानव में दी गई है ठीक उसके विपरीत मानव द्वारा उस मशीन में सोचने समझने की क्षमता दी जाती है। इसलिए इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं।

दोस्तों अगर आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और और अच्छी तरह से समझना चाहते हैं तो आपके लिए Robot Movie आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का को समझने के लिए एक अच्छा उदाहरण हो सकता है। क्योंकि Robot Movie Artificial Intelligence पर ही आधारित फिल्म है।

दोस्तों अभी अपने जाना की Artificial Intelligence Kya Hai. अब इसके बारे में विस्तार से समझते है

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण

उम्मीद है की आप आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के बारे में समझ गए होंगे. अब आपको इसके कुछ उदाहरण दे रहे है जिससे आपको ये समझ आ सके की आज के समय में ये किस रूप में उपयोग हो रहा है और क्या काम कर प् रहा है.

Alexa

Siri

Tesla

Netflix

Amazon and Online Commerce

Nest

Cogito

Echo

Spam Filters

Social Networks

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इतिहास

1950 के दशक में ही Artificial Intelligence Research की शुरुआत हुई थी। लेकिन कई दशक के प्रयास के बाद भी कंप्यूटर में इस तरह का Software Developer नहीं हो पाया जो इंसान की तरह सोच-समझ कर निर्णय ले सके। जो बिल्कुल इंसान की तरह कार्य कर सकें।

लेकिन कहा गया है ना कि लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।

कंप्यूटर साइंस के वैज्ञानिकों ने इस बात को सही साबित कर दिया। जापान, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के देशों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विकसित करने के लिए अपने अपने टेक्नोलॉजी को विकसित करने का काम शुरू कर दिया।

आगे चल कर Norbert Wiener द्वारा की गई खोज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के शुरुआती विकास में बहुत हद तक सफल साबित हुआ। इससे एक आशा की किरण दिखाई दी। उन्होंने यह सिद्ध किया कि Intelligent Behaviour प्रतिक्रिया तंत्र के परिणाम होते हैं।

कंप्यूटर साइंस के वैज्ञानिकों के अथक प्रयास के बाद 1970 के दशक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को थोड़ा पहचान मिली।

जापान ने भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च पर 1981 में पहल की। उसने ‘फिफ्थ जनरेशन’ नामक योजना की शुरुआत की।

ब्रिटेन ने भी ‘एल्वी’ नामक एक प्रोजेक्ट को बनाया जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सॉफ्टवेयर डेवलप कर सके।

यूरोपीय संघ के देशों ने भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ओर ध्यान दिया उन्होंने भी इस ‘एस्प्रीट’ नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की।

Modern आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दिशा में एक और बड़ा कदम का निर्माण हुआ। 1955 में Newell और Simon द्वारा Design किया गया यह first आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Program माना जाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार

दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज के समय में हम सब कहीं न कहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी ऑटोमेटिक मशीन का प्रयोग करते ही रहते हैं। इसका उपयोग भी हमारे लाइफ में दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।

इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि ऑटोमेटिक मशीन का इंसान की तुलना में अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करना है। 

इसकी उपयोगिता को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि वह दिन दूर नहीं जब किसी हॉलिवुड मूवी की तरह ही रोबोट का दबदबा हमारी दुनिया पर होगा।

आइए हम जानते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार:-

कमजोर बुद्धिमता (Week Artificial Intelligence )

कमजोर बुद्धिमता या Week आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नैरो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नाम से भी जाना जाता है। यह मशीन किसी स्पेसिफिक डिवाइस में ही अच्छे काम कर सकती है। यह मशीन अपना काम करने में स्मार्ट नहीं होती है। परंतु उन्हें ऐसा बनाया जाता है कि वे स्मार्ट लगे।

उदाहरण के लिए अगर आपका कंप्यूटर चेस गेम खेलता है तो गेम खेलने में ही एक्सपोर्ट रहेगा और बाकी कोई भी काम नहीं कर सकेगा। इसलिए इसे Week आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस करते हैं।

मजबूत बुद्धिमता (Strong Artificial Intelligence)

मजबूत बुद्धिमता या Strong आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा सिस्टम है जिसमें इंसान और मशीन दोनों का दिमाग लगभग बराबर हो जाता है। Strong Artificial Intelligence ऐसी मशीन बनाता है जो वास्तव में इंसान की तरह सोच और कार्य कर सकती है यानी जो काम इंसान सोच समझकर आसानी से कर सकता है वह सब काम रोबोट या मशीन आराम से कर पाते हैं। इसलिए इसे Strong आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है।

विलक्षणता (Singularity Artificial Intelligence)

कमजोर बुद्धिमता और मजबूत बुद्धिमता के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में विलक्षणता भी शामिल हो सकती है।

Super Artificial Intelligence

दोस्तों यह अभी तक नहीं बनाया जा सका ।पर शायद हमारा भविष्य ही होने वाला है जिसमें रोबोट और मशीन इंसान से कहीं बेहतर सोच समाज और विचार रख सकेंगे। यानी मशीन इंसान को काफी पीछे छोड़ देगी।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने इंसानों के काम को बहुत ही  आसान बना दिया हैं। जो काम एक से इंसान मिलके करते हैं। उसे एक मशीन कुछ ही सेकंड में पूरा कर सकता है।

लेकिन यह सुविधा भी हमारे लिए खतरा बन सकता है। क्योंकि अभी तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त मशीन इंसानों द्वारा दी गई प्रोग्राम से ही चल रही है। लेकिन जब मशीन खुद निर्माण करने लगी तो इंसानों को मुश्किल में डाल सकती है।

अगर यह बात आप समझना चाहते हैं कि इस तरह का 

मशीन इंसान को कैसे मुश्किल में डाल सकता है तो इसका उदाहरण रोबोट मूवी हो सकता है क्योंकि उसमें रोबोट अपनी मनमानी ढंग से काम करने लगता है जो की इंसानों के लिए बहुत ही घातक हो जाता है। 

इसलिए इसके डिवेलप के लिए सोच समझकर कार्य करने की आवश्यकता है। अगर ऐसा मशीन बने तो यह ध्यान में  होना चाहिए कि इसका प्रोग्रामिंग सिस्टम इंसान के हाथों में ही हो ना की मशीन के हाथों में। तो दोस्तों हमें उम्मीद है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी जानकारी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्यों महत्वपूर्ण है?

हम तकनीकी प्रगति से भरे इस युग में जीने के लिए एक विशेषाधिकार प्राप्त पीढ़ी हैं। 

वे दिन गए जब लगभग सब कुछ मैन्युअल रूप से किया जाता था, और अब हम उस समय में रहते हैं जहां बहुत सारे काम मशीनों, सॉफ्टवेयर और विभिन्न स्वचालित प्रक्रियाओं द्वारा किए जाते हैं।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता सभी कंप्यूटर सीखने का आधार बनती है और सभी जटिल निर्णय लेने का भविष्य है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता आज लगभग हरेक क्षेत्र में काम को आसान बना रहा है और काम काम समय में हो प् रहा है.

विभिन्न क्षेत्रों में मानवीय प्रयासों को कम करने के लिए एआई सिस्टम पर्याप्त कुशल हैं। 

उद्योग में विभिन्न गतिविधियों को करने के लिए, उनमें से कई कृत्रिम बुद्धि का उपयोग मशीन बनाने के लिए कर रहे हैं जो नियमित रूप से विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन करते हैं।

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का आज इन क्षेत्रो में बहुत ज्यादा योगदान है.

  • चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में
  • एयर ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में
  • बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों के क्षेत्र में
  • गेमिंग और मनोरंजन के क्षेत्र में
  • कृषि के क्षेत्र में

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कैसे किया जाता है?

दोस्तों जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हमारे जीवन में बहुत ही अधिक हो गया है। 

हम ना जाने दिन भर में कितनी बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करते हैं। अब इसके बिना भी जिंदगी की कल्पना नहीं की जा सकती। ऐसा हम क्यों बोल रहे हैं 

आइए इसके उपयोग को बताते हैं जिससे आपको खुद ब खुद समझ में आ जाएगा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हमारे जीवन में कितना महत्व रखता है।

  • 24×7 उपलब्धता

    हम सभी जानते हैं कि मनुष्य लगातार काम नहीं कर सकता। लेकिन मशीन में ऐसा नहीं है वह बिना ब्रेक के लिए हुए लगातार (24×7) काम कर सकता है। और वो भी बिल्कुल सटीक और बढ़िया से कर सकता है। उसे रिफ्रेश होने की भी आवश्यकता नहीं होती है।

    इसलिए इसे लंबे समय तक काम करने के लिए प्रोग्रामिंग राहुल है रो है लेकिन ये हो ये लो हो रो हनन           समझ सेट किया जा सकता है। मशीन किसी भी काम करने में नहीं रुकता है और ना ही विचलित होता है। वह लगातार सही से काम कर सकता है जो आप किसी भी व्यक्ति से उम्मीद नहीं कर सकते हैं।
  • डिजिटल सहायता

    Technology का उपयोग करके बहुत से संगठनों ने अपने ग्राहकों के बातचीत करने के लिए मशीन को लागू कर दिया है।इसके अलावा बहुत से कंपनियों और बैंको में आपको ऑटो मस्सागिंग, ऑटो रिप्लाई का विकल्प मिलता है जिससे की आप अपने समस्या से जुड़े सवाल पूछते है और आपको ऑटोमेशन के जरिये उससे जुड़े जवाब कुछ ही सेकण्ड्स में मिल पाता  है.
  • Day-To-Day आवेदन 

    आप सभी जानते हैं कि मोबाइल भी हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण हो गया है। यदि आप इस Smart Phone का उपयोग करते हैं तो इसका मतलब आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही आनंद ले रहे हैं। आप ATM का उपयोग कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर रहे हैं। 

मोबाइल में Google Assistant का इस्तेमाल करना भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करना है। 

अगर आप ऑटोमेटिक ड्राइविंग कार का इस्तेमाल करते हैं या फिर GPS की मदद लेते हैं यह सब आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही उपयोग कर रहे होते हैं।

इस तरह से ना जाने हम दिन भर में कितना बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन का उपयोग करते हैं।

इसे भी पढ़े:

निष्कर्ष: Artificial Intelligence Kya Hai

 इस लेख में बताई गई बातों की तुलना में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत अधिक महत्व रखती है। यह आने वाले समय में इसका महत्व बढ़ता रहेगा।

इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से आप जान पाए की Artificial Intelligence Kya Hai और इसका जीवन में क्या महत्व है। आपको लेख के बारे में कैसा लगा, हमें लिखें। हमारे ब्लॉग पर बने रहें।

Computer Virus Kya Hai कितने प्रकार के होते हैं

दोस्तों कंप्यूटर के बारे में तो हम सभी जानते हैं। क्योंकि हमारे जीवन में कंप्यूटर का महत्व इतना बढ़ गया है कि इस युग को हम  कंप्यूटर युग भी बोल सकते है। क्योंकि आज की जमाने में अच्छे नौकरी (Job) के लिए कंप्यूटर की जानकारी होना जरूरी है।

कंप्यूटर का इस्तेमाल करना तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको Computer Virus के बारे में मालूम है कि Computer Virus Kya Hai और इसके क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं?

क्योंकि Computer, Mobile, Electronic Gadgets इन सभी के लिए Virus बहुत ही हानिकारक है। क्योंकि Virus एक बार आपके कंप्यूटर में आ जाए तो आपके Computer System में कई नुकसान पहुंचा सकते हैं।

आपके कंप्यूटर में Computer Virus के आ जाने से आपका कंप्यूटर सिस्टम बहुत ही Slow काम करने लगता है। इसके साथ ही Computer Virus आपके Computer System और Data को नष्ट कर देता है।

हमें उम्मीद है बहुत से Computer Users को मालूम होगा की Computer Virus kya hai ? लेकिन कुछ Computer Users को नहीं मालूम होगा कि Computer Virus kya hai?

तो उनके लिए यह आर्टिकल बहुत ही लाभदायक साबित हो सकता है। इसके लिए आपको यह आर्टिकल पूरा पढ़ना होगा। 

क्योंकि आज हम अपने इस आर्टिकल में Computer Virus से जुड़ी सभी जानकारी विस्तार से शेयर करने वाले हैं। जैसे – Computer Virus kya hai? Computer Virus क्या कर सकता है? Computer Virus कितने प्रकार के होते हैं Computer System में Virus Infection के क्या Sign है Computer Virus से बचने के क्या उपाय है?

आइए सबसे पहले जानते हैं कि Computer Virus kya hai?

Computer Virus Kya Hai

Computer Virus Kya Hai? (Computer Virus in Hindi)

दोस्तों कंप्यूटर वायरस भी एक प्रकार से सॉफ्टवेयर प्रोग्राम ही होता है, जिसे आपके कंप्यूटर के Performance को Slow करने के साथ-साथ, आपके Computer System Software को काम करने से रोकने के लिए तथा कंप्यूटर के डाटा को नष्ट करने या उसे हानि पहुंचाने के लिए बनाया गया है। 

Virus का फुल फॉर्म Vital Information Resources Under Siege होता हैं।

दोस्तों हम सभी जानते हैं कि कंप्यूटर में बहुत सारे Software Program होते हैं और कंप्यूटर उन्ही Software Program के द्वारा हमारे द्वारा दिए गए कार्यों को पूरा करता है। कंप्यूटर बिना किसी Software Program के कुछ भी नहीं कर सकता।

यह Computer Virus कई तरफ से आपके कंप्यूटर सिस्टम में आपकी अनुमति के बिना आ सकता है। और सबसे खास बात यह है कि उपयोगकर्ता को इसका पता भी नहीं चलता है। यह वायरस धीरे-धीरे आपके कंप्यूटर में फैलता जाता है। आपका कंप्यूटर सिस्टम वायरस से ज्यादा प्रभावित होने पर हैंग भी हो जाता है.।

आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दूं कि Virus कोई Natural नहीं होता है। इसे हैकर्स द्वारा बनाया जाता है। जिस तरह से कंप्यूटर को बेहतर तरीके से काम करने के लिए एक से बढ़कर एक Software Program बनाए जाते हैं ठीक उसी तरह से Virus को भी बनाया जाता है लेकिन इसका उद्देश्य सहायता के लिए नहीं बल्कि कंप्यूटर को क्षति पहुंचाने के लिए बनाया जाता है।

Computer Virus कितने प्रकार के होते हैं?(Type of Computer Virus in Hindi)

दोस्तों मुझे उम्मीद है कि अब आप समझ गए होंगे कि कंप्यूटर वायरस क्या है? लेकिन कंप्यूटर के बेहतर प्रदर्शन और उसकी सुरक्षा के लिए आपको यह भी जानना जरूरी है कि कंप्यूटर वायरस कितने प्रकार के होते हैं और यह आपके कंप्यूटर में कैसे आ जाते हैं? और ये वायरस आपके कंप्यूटर को कितना और कैसे प्रभावित कर सकते हैं? तो आइए विस्तार से जानते हैं कि कंप्यूटर वायरस कितने प्रकार के होते हैं? 

ऐसे तो कंप्यूटर वायरस कई तरह के होते हैं उनमें से कुछ प्रमुख हैं जो इस प्रकार है:-

  • बुट सेक्टर वायरस (Boot Sector Virus)
  • फाइल इनफेक्टर वायरस (File Infector Virus)
  • माइक्रो वायरस (Micro Virus)
  • ब्राउज़र हाईजैकर वायरस (Browser Hijacker Virus)
  • रिसाइडेन्ट वायरस (Resident Virus)
  • पार्टीशन टेबल वायरस (Partition Table Virus)
  • डायरेक्ट एक्शन वायरस (Direct Action Virus)

बुट सेक्टर वायरस(Boot Sector Virus) 

बूट सेक्टर वायरस एक ऐसा कंप्यूटर वायरस है जो खास करके floppy Disk के Hard Disk या Boot Sector के Master Boot Record (MBR) को Infect करता है। System में ये Virus मुख्य रूप से Removable Media के द्वारा आते हैं। 

जब आपका कंप्यूटर इस वायरस से infact हो जाता है तो जब आप अपना कंप्यूटर ON करते हैं तब यह वायरस Operation System को load होने में बाधा डालते हैं। जब यह वायरस आपके कंप्यूटर को Infect कर देता है तब इसे अपने कंप्यूटर से निकाल पाना बहुत ही मुश्किल कार्य होता है। ज्यादातर इस वायरस को सिस्टम से निकालने के लिए सिस्टम को फ़ॉर्मेट करना पड़ता है।

फाइल इनफेक्टर वायरस (File Infector Virus) 

फाइल इनफेक्टर वायरस से Infect होने वाली सिस्टम की संख्या सबसे अधिक है। क्योंकि वायरस का एक बहुत बड़ा हिस्सा इसी श्रेणी का है। जब कोई Particular Program Load होता है तो यह वायरस अपने आप Load हो जाता है। यह वायरस ईमेल के साथ ही यूजर के कंप्यूटर में आ सकता है। कुछ File Infector Virus, Programs File के साथ Attach होकर आते हैं। जैसे- .COM, EXE. File.

यह वायरस भी आपकी कंप्यूटर सिस्टम के लिए बहुत ही हानिकारक हो सकता है।  क्योंकि यह वायरस आपके कंप्यूटर मे Store File या data को आसानी से इन Infect कर सकता है।

यह वायरस आपके कंप्यूटर सिस्टम प्रोग्राम को शुरू करने के साथ-साथ यह वायरस आपके कंप्यूटर में मौजूद Application को भी हानि पहुंचा सकता है। यह वायरस Executable File (जैसे- Sys, ovl, prg,and mnu) को Infect कर सकता है।

माइक्रो वायरस (Micro Virus) 

माइक्रो वायरस विशेष रूप से उन Software और Application को Infect करने के लिए Target करता है जिसमें माइक्रोज होते हैं। 

माइक्रो वायरस विशेष रुप से Micro Soft Office यानी Word, Document, PowerPoint, Spreadsheet जैसे Files को नुकसान पहुंचाता है। इससे उसकी Performance Slow कर देता है।

यदि ये माइक्रो वायरस इन सॉफ्टवेयर को Infect कर देता है तो जब भी आप अपनी अपनी सिस्टम में ये सॉफ्टवेयर को Open करेंगे तो यह माइक्रो वायरस Automatic ही अपने क्रियाओं को चालू कर देता है। जिससे दूसरा सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन भी प्रभावित होने लगता है। 

दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं की कंप्यूटर वायरस, Software या Application के द्वारा ही फैलता है। इसलिए यह वायरस किसी भी Operating System जैसे- ( Windows, Android, macOS, iOS, etc) को भी Infect कर सकता है।

ब्राउज़र हाईजैकर (Browser Hijacker) 

दोस्तों जैसे कि हम सभी जानते हैं कि इंटरनेट का इस्तेमाल आज कल कितना अधिक हो रहा है। आज के जमाने में हम ज्यादा ऑनलाइन Movie देखना पसंद करते हैं और ऑनलाइन Game खेलना पसंद करते हैं तथा अनेक प्रकार के वेबसाइट को Open कर देते हैं। जिससे हमारे Device में वायरस आने का खतरा बढ़ जाता है।

दोस्तों कुछ लोग अपनी आय बढ़ाने के लिए इंटरनेट पर Advertisement भी करते हैं। जब कभी आप ब्राउज़र के Address Bar में एक URL डालते हैं तो ब्राउज़र हाईजैकर्स आपको उस बेवसाइड पर नहीं ले जाकर किसी दूसरे Infected वेबसाइट पर पहुंचा देता है। ऐसे आम तौर पर अपनी आय बढ़ाने के लिए ही किया जाता है। इस तरह से जब आपका ब्राउज़र इस वायरस से Infected हो जाता है तब आपके ब्राउज़र पर अनेक प्रकार के तरह-तरह के Unwanted Advertisement दिखने 

लगते हैं।

डायरेक्ट एक्शन वायरस (Direct Action Virus) 

डायरेक्ट एक्शन वायरस को Non-Resident Virus भी कहा जाता है। ये वायरस आमतौर पर Extension( जैसे- .COM, EXE) वाले Files को ज्यादा Infect करती है।

यह वायरस एक बार आपके कंप्यूटर सिस्टम में आ जाए तो यह आपके कंप्यूटर की Memory में छुप कर (Hidden) के रहते हैं। 

इस वायरस में खास बात यह है कि यह वायरस तब तक Action में नहीं आते जब तक उन्हें Click करके Open नहीं किया जाता।

यह वायरस Specific Type के File के साथ Attach होकर रहता है। जिन्हें यह Infect करता है। ये वायरस भी आपके सिस्टम के लिए हानिकारक ही है।

क्योंकि  यह वायरस भी आपकी फाइल को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि राहत की बात यह है कि यह वायरस बहुत ज्यादा खतरनाक नहीं होता है इसे Antivirus Program की मदद से हटाया भी जा सकता है। और ये Users Experience और System Performance को Infect नहीं करता है।

रेसिडेंट वायरस (Resident Virus) 

रेसिडेंट वायरस एक ऐसा वायरस है जो खुद को कंप्यूटर के RAM Memory में Store करके उन्हें Infect करता है। रेसिडेंट वायरस भी डायरेक्ट एक्शन वायरस की तरह ही आपके कंप्यूटर में Install हो जाता है।

कभी-कभी यह वायरस Antivirus के साथ भी जुड़ते हैं। रेसिडेंट वायरस भी कई तरह के होते हैं और वो अलग-अलग तरीके से कार्य करते हैं। इसमें कुछ वायरस तेजी से कार्य करता है और कुछ थोड़ा धीमी गति से कार्य करता है।

रेसिडेंट वायरस से Infect हुए कंप्यूटर सिस्टम में भी कई समस्या आ जाती है। जैसे- इस वायरस से Infect होने से आपका कंप्यूटर सिस्टम Operate, Shot Down और किसी भी डाटा को copy- peste करने में समस्या होने लगता है। इस वायरस को पहचान पाना भी थोड़ा मुश्किल कार्य होता है।

कंप्यूटर वायरस के उदाहरण क्या हैं? (What are the Examples of Computer Virus?)

तो चलिए अब आपको कुछ कंप्यूटर वायरस का नाम बताते है जो बहुत ही जयदा खतरनाक है.

  • SQL Slammer.
  • Nimda
  • Blaster
  • Code Red
  • ILOVEYOU
  • The Morris Worm
  • Creeper
  • Morris Worm.
  • Mydoom.
  • Stuxnet.
  • CryptoLocker.
  • Sasser & Netsky.
  • Anna Kournikova.

यहाँ पर जितने भी वायरस के नाम मैंने बताया है वो सभी टॉप नाम है इसके अल्वा भी बहुत सारे कंप्यूटर वायरस है और रोज नए नए बनते भी है. 

Computer Virus क्या कर सकता है?(Effect of Computer Virus in Hindi)

कंप्यूटर वायरस आपके कंप्यूटर सिस्टम में मौजूद Data,File, Folder, Document को Delete या Corrupt कर सकता है।

कंप्यूटर वायरस आपकी कंप्यूटर सिस्टम के कार्य करने की क्षमता को कम कर देता है। वायरस आपकी कंप्यूटर डाटा के हार्ड डिक्स में स्टोर डाटा को भी डिलीट कर सकता है। Email के जरिए भी Attachment होकर एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर को भी प्रभावित कर सकता है।

Computer System में Virus Infection के क्या Sign है (What are the Symptoms of a Computer Virus in Hindi?)

दोस्तों हमें उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि अब आप कंप्यूटर वायरस क्या है और कंप्यूटर वायरस कितने प्रकार के होते हैं? ये तो आप समझ ही गए होंगे। लेकिन सिर्फ यह जानना आपके लिए काफी नहीं है।

क्योंकि कंप्यूटर के बेहतर प्रदर्शन और उसे सुरक्षित रखने के लिए कंप्यूटर यूजर्स को कंप्यूटर वायरस के लक्षण के बारे में जानना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि उस लक्षण से आप तुरंत समझ जाएंगे कि आपका कंप्यूटर वायरस से Infect हो चुका है।

तो आइए हम कुछ ऐसे लक्षण के बारे में आपको बताते हैं:-

  • आपके कंप्यूटर सिस्टम का Performance Slow होना।
  • किसी File या Folder का Delete होना या Corrupt ओ जाना है।
  • इंटरनेट Internet Speed Slow हो जाना।
  • आपके कंप्यूटर सिस्टम के डिस्प्ले पर Unexpected Advertisement का Show करना।
  • नया Folder या Program का अपने आप Computer में install हो जाना।
  • Unnecessary Email का आना।
  • ब्राउज़र इस्तेमाल करने के दौरान आपकी स्क्रीन पर Error Message या Warning Alert का आना।
  • अपने आप ही कुछ File, Program का खुद-ब-खुद चलना।
  • आपका डिवाइस Hang होने लगे तो इसका मतलब है कि आपका कंप्यूटर सिस्टम वायरस से Infect हो सकता है।

तो दोस्तों अगर ऐसा कुछ भी आपके कंप्यूटर सिस्टम में हो रहा हो तो समझ लीजिए कि आपका कंप्यूटर सिस्टम वायरस से Infect हो चुका है। और इससे अपने कंप्यूटर सिस्टम को बचाना भी बहुत जरूरी है।क्योंकि यह वायरस आपके कंप्यूटर सिस्टम के डाटा को डिलीट या नष्ट भी कर सकते हैं।

कंप्यूटर वायरस के कारण (Causes of Computer Virus in Hindi)

कंप्यूटर में वायरस आने के कई सारे स्रोत होते है तो चलिए हम आपको बताते है की कौन कौन से वो स्त्रोत हो सकते है जिनसे किसी कंप्यूटर या लैपटॉप में वायरस आता है.

  • एक डिवाइस को दूसरे डिवाइस से कनेक्ट करने से भी वायरस आ सकता है।
  • आपके कंप्यूटर सिस्टम में Antivirus Virus का ना होना।
  • डौन्लोडिंग प्रोग्राम्स:  प्रोग्राम जिसमें डाउनलोड करने योग्य फाइलें होती हैं, मालवेयर का सबसे सामान्य स्रोत होते है जैसे फ्रीवेयर, वर्म्स और अन्य निष्पादन योग्य फाइलें
  • पायरेटेड या क्रैक किया हुआ सॉफ्टवेयर।
  • ब्लूटूथ 
  • इंटरनेट
  • ईमेल अटैचमेंट्स 
  • ऑनलाइन एड्स 
  • दुर्भावनापूर्ण साइटों से सॉफ़्टवेयर डाउनलोड करना
  • अज्ञात या स्पूफ ईमेल से अटैचमेंट या लिंक खोलना

Computer Virus से बचने के क्या उपाय है? (Prevention of Computer Virus in Hindi)

दोस्तों कंप्यूटर का इस्तेमाल इतना बढ़ गया है ये तो आपको मालूम ही होगा। क्योंकि हर जगह कंप्यूटर का ही बोलबाला है। क्योंकि कंप्यूटर बहुत ही कम समय में ज्यादा से ज्यादा काम कर सकता है। 

लेकिन कभी-कभी कंप्यूटर भी वायरस से Infect हो जाता है। जिससे कंप्यूटर के काम करने की क्षमता कम हो जाती है। वह बहुत ही धीरे-धीरे कार्य करने लगता है। जिससे बहुत सारा परेशानी होने लगता है। वायरस आपको कंप्यूटर को हैंग भी कर सकता है। 

जो लोग कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं उनके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि वे कंप्यूटर सिस्टम को वायरस से कैसे बचाएँ।

तो आइए आज हम आपको वायरस से बचने के कुछ उपाय के बारे में बताते हैं। जो आपके लिए बहुत ही जरूरी है। मेरे द्वारा बताए गए तरीका को अपना कर आप अपने कंप्यूटर को वायरस से सुरक्षित रख सकते हैं।

  • आप अपने कंप्यूटर सिस्टम में बहुत ही बढ़िया Antivirus Install करें और उसे समय-समय पर अपडेट करते रहें। अगर आप ज्यादा इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं तो आप Premium Antivirus का भी इस्तेमाल कर सकते हैं ।
  • ज्यादा इंटरनेट इस्तेमाल करने से भी वायरस आने का खतरा रहता है। इसलिए ज्यादा इंटरनेट इस्तेमाल करने से बचें ख़ास कर उन वेबसाइट के उपयोग से जो सुरक्षित नहीं है.
  • जो बसाइट Popular और Registered नहीं है। उस Website को Visit ना करें।
  • पोर्न Website से दूर रहे। क्योंकि यदि आप चाहते हैं कि आपके कंप्यूटर में वायरस ना आए तो आप अपने कंप्यूटर में पोर्न वेबसाइट को कभी Open ही ना करें। क्योंकि 90% पोर्न वेबसाइट पर वायरस होता है।
  • Pen drive, Disk का इस्तेमाल करने से पहले उसे Scan कर ले
  • Antivirus से अपने कंप्यूटर सिस्टम को समय- समय पर Scan करते रहे।
  • कोई भी Email यदि आपको उसके Sender के विषय मैं जानकारी ना हो तो उसे Open ही ना करें।
  • Unauthorised Websites से कुछ भी डाउनलोड ना करें। जैसे- कोई भी Muve, MP3 Software या Application इत्यादि।
  • डाउनलोड की हुई चीज को अच्छे से स्कैन करवाए।क्योंकि इन में वायरस होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है।

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कंप्यूटर वायरस से कैसे निपटें ? (How To Deal with Computer Viruses in Hindi)

ऊपर आपने पढ़ा और जाना की कंप्यूटर में वायरस आने से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए. कैसे आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को वायरस से बचा सकते है सुरक्षित रख सकते है. 

पर आप के मैं में सवाल जरूर होगा की अगर वायरस कंप्यूटर में आ चूका है तो उससे कैसे निपट सकते है उससे कंप्यूटर से कैसे निकल सकते है. तो चलिए हम आप को कुछ तरीके बताने जा रहे है जिनसे आपके इन सवालों का जवाब आपको मिल जायेगा.

लैपटॉप से ​​वायरस को दूर करने के लिए लिए निचे बताये गए स्टेप्स को फॉलो करे.

चरण 1: एक विश्वसनीय एंटीवायरस प्रोग्राम का उपयोग करें। 

यदि आपके पास पहले से ही एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर आपके कंप्यूटर पर स्थापित है और यह अभी भी वायरस से संक्रमित है, तो आप जिस सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहे थे, वह एक अच्छा एंटीवायरस नहीं है आपको कोई बढ़िया एंटीवायरस का उपयोग करना होगा. 

चरण 2: अपने कंप्यूटर में एंटीवायरस को रन करे और सिस्टम को स्कैन करें

जब आपके कंप्यूटर में एंटीवायरस इनस्टॉल हो जाता है तो उसे आपको ओपन करना होता है और उसके बाद स्कैन प्रोसेस को शुरू करना होता है. स्कैन शुरू करने के लिए स्कैन बटन पर क्लिक करे.

चरण 3: मैलवेयर निकालें

स्कैन हो जाने के बाद आपको रिजल्ट देखने को मिलता है जहा पर बताया जाता है की कंप्यूटर में कितने वायरस है अगर वायरस होता है तो उसके बाद रिमूव का विकल्प देखने को मिलता है . रिमूव बटन पर क्लिक कर आप खोजे गए वायरस को अपने कंप्यूटर सिस्टम से बहार कर देगा.

चरण 4: भविष्य के संक्रमण को रोकें

भविस्य में वायरस को कंप्यूटर में आने से रोने के लिए आप स्कैन को ऑटो सचेडूले करे जिससे की सप्ताह में एक या दो बार आपका कंप्यूटर स्कैन हो इस तरीके से आप अपने कंप्यूटर को जायदा सुरक्षित रख सकते है.

इसके अलावा एक्सटर्नल डिवाइस को कंप्यूटर से जोड़ने के बाद उससे भी सबसे पहले स्कैन करे और तभी खोले.

इसे भी पढ़े:

उम्मीद है की कंप्यूटर वायरस के बारे में आप सब कुछ जान गए होंगे. इस लेख से जुड़ी कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट कर बताये.

अगर कंप्यूटर वायरस के बारे में दी गयी ये जानकारी आपको अच्छी लगी है तो इस लेख को आप अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर उन्हें भी जानने में मदद करे.

Payment Gateway Kya Hai Payment Gateway कैसे काम करते हैं

अक्सर आप किसी न किसी से सुनते होंगे की मैंने ऑनलाइन शॉपिंग की है मैंने ऑनलाइन ये सामान ख़रीदा या फिर आप खुद भी ऑनलाइन ख़रीददारी करते होंगे. क्या आप जानते है की ऑनलाइन जब आप किसी सामान को खरीदते है तो उसका भुगतान भी ऑनलाइन ही करना होता है. 

ऑनलाइन भुगतान करने के लिए उस वेबसाइट या एप्लीकेशन को पेमेंट गेटवे लगी होती है जिसका उपयोग कर आप नेट बैंकिंग या डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर आप ऑनलाइन ख़रीददारी कर पाते है. 

आप में से कई सारे लोग होंगे जिन्हे शायद नहीं मालूम होगा की Payment Gateway Kya Hai और कैसे काम करता है. पर आपको इसके बारे में जरूर जानना चाहिए.

यदि आप ऑनलाइन किसी सामान को सेल करना चाहते है या ऑनलाइन बिज़नेस शुरू करना चाहते है तो भी आपको पेमेंट गेटवे के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए.

दोस्तों आज इस लेख में हम आपको पेमेंट गेटवे से जुड़ी सभी जानकारी देने वाले है जैसे की Payment Gateway Kya Hai और ये कैसे काम करता है.

Payment Gateway Kya Hai Kaise Kaam Karta Hai

तो चलिए सबसे पहले जानते है की ये पेमेंट गेटवे होता क्या है?

Payment Gateway Kya Hai? (What is Payment Gateway in Hindi)

पेमेंट गेटवे एक तरह की तकनीक(technology) है जिसका उपयोग व्यापारियों के द्वारा अपने ग्राहकों से डेबिट या क्रेडिट कार्ड खरीद को स्वीकार करने के लिए किया जाता है.

यह एक सर्विस है जो कस्टमर के डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी को वेबसाइट से कार्ड पैमेंट नेटवर्क को भेजती है और प्रोसेस होता है और फिर ट्रांसक्शन के परिणाम की जानकारी पेमेंट नेटवर्क से लेकर वेबसाइट को भेजता है.

आप ऑनलाइन वेबसाइट या मोबाइल डिवाइस पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्वीकार करते हैं या स्वीकार करना चाहते हैं तो आपके व्यवसाय(कंपनी) को पेमेंट गेटवे की आवश्यकता है।

आसान शब्दों में.

भुगतान गेटवे उपभोक्ता का सामना करने वाले एक इंटरफेस हैं जिनका उपयोग भुगतान एकत्र करने के लिए किया जाता है।

हमें भुगतान गेटवे और मर्चेंट खाते की आवश्यकता क्यों है (Why We Need Payment Gateway In Hindi)

अपनी वेबसाइट पर भुगतान स्वीकार करना शुरू करने के लिए, आपको एक व्यापारी खाते और भुगतान गेटवे की आवश्यकता होती है

यही एकमात्र तरीका है जिससे आप अपनी वेबसाइट या एप्लीकेशन पर ऑनलाइन भुगतान स्वीकार करना शुरू कर सकते हैं।

यदि आप एक ऑनलाइन व्यवसाय के मालिक हैं, तो आपको बस एक व्यापारी खाता(मर्चेंट अकाउंट) होना चाहिए। 

एक मर्चेंट अकाउंट एक मर्चेंट और एक अधिग्रहण बैंक के बीच का समझौता है, जिस पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भुगतान की प्रक्रिया कर सकता है और स्वीकार कर सकता है।

उम्मीद है अब आप जान गए होंगे की पेमेंट गेटवे क्यों ज़रुरी है.

भुगतान गेटवे कैसे काम करते हैं (How Payment Gateways Work in Hindi)

भुगतान गेटवे आपको अपनी वेबसाइट को भुगतान प्रोसेसर से जोड़ने की अनुमति देता है। 

निम्नलिखित मूल चरण हैं जो दिखाते हैं कि एक विशिष्ट पेमेंट गेटवे कैसे काम करता है

चरण 1: सबसे पहले ग्राहक अपने आदेश को रखता है और फिर वेबसाइट पर सबमिट या चेकआउट बटन को दबाता है

चरण 2: एक बार ऐसा होने के बाद, वेबसाइट प्लेटफॉर्म ग्राहक को भुगतान गेटवे पर ले जाता है, जहां वह डेबिट या क्रेडिट कार्ड के बारे में सभी प्रासंगिक जानकारी देता है जिसका वे भुगतान करने के लिए उपयोग कर रहे हैं। 

उसके बाद पेमेंट गेटवे तब उपयोगकर्ता को सीधे जारी करने वाले बैंक के पृष्ठ या एक 3D सुरक्षित पृष्ठ पर ले जाता है और लेनदेन को अधिकृत करने के लिए कहता है।

चरण 3: गेटवे संवेदनशील डेटा को एन्क्रिप्ट करके कार्ड और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को अधिकृत करता है। एक बार पेमेंट गेटवे को लेन-देन के लिए अनुमति मिल जाती है तो बैंक इस बात की जांच करता है कि ग्राहक के पास इस लेनदेन को सफल बनाने के लिए खाते में पर्याप्त शेष राशि है या नहीं

चरण 4: भुगतान गेटवे व्यापारी को तदनुसार संदेश भेजता है। यदि बैंक पोर्टल से प्रतिक्रिया के रूप में  “हां” आती है, तो व्यापारी बैंक से लेनदेन चाहता है

यदि बैंक से उत्तर “नहीं” है, तो व्यापारी बाद में ग्राहक को एक त्रुटि संदेश भेजता है और उन्हें डेबिट या क्रेडिट कार्ड या बैंक खाते के साथ समस्या के बारे में बताता है 

चरण 5: बैंक पेमेंट गेटवे के साथ पैसे का निपटान करता है और पेमेंट गेटवे बदले में व्यापारी के साथ पैसे का निपटान करता है

एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो ग्राहक को ऑर्डर दिए जाने का एक पुष्टिकरण संदेश मिलता है.

भुगतान गेटवे का उदाहरण (Examples of a Payment Gateway in Hindi)

अब तक आप जान गए होंगे की पेमेंट गेटवे क्या है और इसका उपयोग क्यों होता है. पर आपके मैं में सवाल ज़रूर होगा की कौन कौन से पेमेंट गेटवे उपलब्ध है जिसका उपयोग किया जा सकता है.

हम आपको कुछ पेमेंट गेटवे का उदाहरण दे रहे है.

CCAvenue 

PayUbiz 

Razorpay

PayPal 

इत्यादि 

ये सभी टॉप पेमेंट गेटवे जिनका उपयोग वेबसाइट से ऑनलाइन पेमेंट पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

पेमेंट गेटवे कैसे जानकारी को सुरक्षित रखता है (How a payment gateway keeps information secure)

भुगतान गेटवे इंटरनेट पर भुगतान स्वीकार करने के लिए एक बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण टर्मिनल है। 

सुरक्षा के संदर्भ में, पेमेंट गेटवे इंटरनेट पर लेन-देन करते समय 100% यूजर के डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करता है, साथ ही उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी की 100% गोपनीयता भुगतान गेटवे के माध्यम से इंटरनेट पर करता है।

पेमेंट गेटवे सबसे विश्वसनीय और सुरक्षित तृतीय पक्ष प्रमाण पत्र प्राधिकारी (सीए) से एसएसएल प्रमाणपत्र का उपयोग करता है। 

एसएसएल प्रमाणपत्र उन डेटा को एन्क्रिप्ट करता है जो भुगतान गेटवे के माध्यम से ऑनलाइन लेनदेन करते समय वेब ब्राउज़र से वेब सर्वर पर स्थानांतरित होते हैं।

एसएसएल प्रमाणपत्र उपयोगकर्ताओं को 256 बिट कुंजी के सबसे कठिन एन्क्रिप्शन ताकत के साथ वित्तीय डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करता है जो इंटरनेट पर उपयोगकर्ताओं की जानकारी की सुरक्षा के लिए सबसे कठिन एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन एल्गोरिदम को सक्षम करता है।

इस तरीके से पेमेंट गेटवे ट्रांसक्शन को सुरक्षा प्रदान करता है और साथ ही  उपयोगकर्ताओं के डाटा को भी सुरक्षित रखता है.

भुगतान गेटवे का उपयोग करने के लाभ (Benefits of using a Payment Gateway)

आप पेमेंट गेटवे के बारे में समझ गए और अब जानने की बात है की पेमेंट गेटवे के उपयोग से क्या क्या फायदे है.

  • पेमेंट गेटवे के उपयोग से तेजी से भुगतान प्रसंस्करण हो पता है जो की किसी भी बिज़नेस के लिए बहुत ही अच्छा होता है.
  • आपको अपने लेन देन को संसाधित करने के लिए किसी को भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है, और आपको कागज़ के चालान और बयानों का उत्पादन करने के लिए भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती है आपको या किसी कर्मचारी को स्वयं समय नहीं देना होता है 
  • एक ऑनलाइन भुगतान पोर्टल(Online Payment Portal) होने से यह सुनिश्चित होता है कि आपकी साइट हर समय भुगतान तैयार करने के लिए सुसज्जित है। यह आपके क्लाइंट को कहीं भी और कभी भी भुगतान करने की अनुमति देता है। यह आपके ग्राहकों के लिए मददगार है और उपभोक्ता निष्ठा की गारंटी देता है।
  • एक ऑनलाइन भुगतान ढांचा निरंतर भुगतान प्रक्रियाओं की देखभाल के लिए सुसज्जित है। इसे काम करने के लिए अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता नहीं है इसका मतलब है कि व्यवसाय करने की लागत कम है और साथ ही समय कम लगता है, और आपके लिए अधिक आवश्यक व्यवसाय मामलों पर ध्यान केंद्रित करने का अधिक अवसर होता है।
  • कई प्रकार के भुगतान को तुरंत स्वीकार करने की क्षमता पेमेंट पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध हो पाती है जिसके कारण अलग अलग डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड कस्टमर को आप अपने पोर्टल पर ला पते है.
  • उपयोगकर्ताओं को वस्तुओं और सेवाओं को ऑनलाइन खरीदने की अनुमति देकर, आप उन्हें अपनी शर्तों पर वस्तुओं का भुगतान करने की अनुमति दे पाते है.

पेमेंट गेटवे के उपयोग से इस तरह के और भी कई सारे फायदे होते है

पेमेंट गेटवे हर ऑनलाइन बिज़नेस के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है क्योंकि आपका पैसा और समय दोनों बचाता है और साथ इससे के उपयोग से आपका भुगतान का काम ज्यादा से ज्यादा हो पाता है.

अगर आप ऑनलाइन बिज़नेस करते है तो आपको जरुरत है की बढ़िया से बढ़िया पेमेंट गेटवे चुने जिसकी सर्विस अच्छी हो और जो आप से हर ट्रांसक्शन पर कम से कम फी ले.

अगर आप सोच रहे है की पेमेंट गेटवे कैसे चुने तो यहाँ पर हम को बताने जा रहे कुछ तरीके जिनसे आपको बढ़िया पेमेंट गेटवे का चयन करने में आसानी होगी.

सही भुगतान गेटवे कैसे चुनें (How to Find the Right Payment Gateway)

यदि आप एक ऑनलाइन स्टोर स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं, तो कुछ बिंदु पर आपको अपने पोर्टल या एप्लीकेशन को भुगतान सक्षम करने की आवश्यकता होगी। 

अपने ग्राहकों से भुगतान स्वीकार करना आसान नहीं है लेकिन यह जटिल भी नहीं है 

आपको बस अपने व्यवसाय के लिए सही भुगतान गेटवे खोजने की आवश्यकता है

सही भुगतान गेटवे के साथ आप ग्राहकों को अपने उत्पादों के लिए भुगतान करना बहुत ही आसान बना सकते हैं

पेमेंट गेटवे का चुनाव करते समय आप निम्नलिखित बातो पर ध्यान देना चाहिए.

सेटअप शुल्क या लेनदेन शुल्क को जाने :

प्रत्येक पेमेंट गेटवे का सेटअप फीस और ट्रांसक्शन चार्ज अलग अलग रहता है तो आप इनके बार में ज़रूर जाने की आपको कितना चार्ज देना होगा. साथ ही अलग अलग पैमेंट गेटवे के चार्जेज की तुलना करे.

आपको स्वचालित बिलिंग सहायता की आवश्यकता है, तो निर्णय लें

आपको स्वचालित बिलिंग सहायता की जरुरत है तो आप इस विकल्प को ले सकते है जो आपके ऑनलाइन ट्रांसक्शन से जुड़े काम को आसान बनाएगा. अधिक जानकारी के लिए पेमेंट गेटवे के बिलिंग टीम से भी संपर्क कर सकते है.

क्या आप विदेशी ग्राहकों की सेवा करते हैं:

यही आप विदेशी ग्राहक को भी अपने पोर्टल से प्रोडक्ट खरीदने और भुगतान करने की सुविधा देने की सोच रहे है तो ऐसे में आपको वैसे पेमेंट गेटवे को चुनना होगा जो अंतरराष्ट्रीय लेन देन को स्वीकार करती है.

एकाधिक भुगतान गेटवे विकल्प रखें:

अगर आप अपने बिज़नेस को बढ़िया तरीके से चलना चाहते और ग्राहक को अच्छी सुविधा देने की सोचते है तो आपको एक से अधिक पेमेंट गेटवे को रखने की जरुरत होती है. कई बार हमारा पैमेंट गेटवे काम नहीं कर पात है तो ऐसे में आप स्विच कर दूसरे से ट्रांसक्शन को जारी रख पाते है और ट्रांसक्शन में बाधा नहीं होती है.

आपके भुगतान गेटवे की प्रतिष्ठा:

जब आपने पेमेंट गेटवे के बारे में जानकारी हासिल कर ली है और उसका चार्जेज भी आपको सही लग रहा है तो ऐसे में अब आपको उसके रिव्यू को भी देखना चाहिए 

यानि की जो लोग उस गेटवे का उपयोग कर रहे है उनका उस कंपनी के सर्विस के बारे में क्या राय है. उनको कंपनी की सर्विस कैसे लग रही है. 

ऐसा करने से आपको गेटवे देने वाले कंपनी की सही जानकारी मिल पायेगी.

ग्राहक सहायता:

जब हम ऑनलाइन बिज़नेस शुरू करते है तो ज़रुरी नहीं की हर बातों की जानकारी हो ऐसे में जब आप ऑनलाइन ट्रांसक्शन के लिए पेमेंट गेटवे की इंटेग्रटे करते है तो उस दौरान आपको कई बार परेशानी आती है 

ऐसे में आपको जरुरत होती है सपोर्ट की. 

बहुत सारे पैमेंट गेटवे देने वाली कंपनी की सपोर्ट अच्छी होती और वो आपको लाइव चाट और फ़ोन कॉल की द्वारा समय समय से मदद करते रहते है. 

इसलिए पेमेंट गेटवे लेते समय आप इस बात पर ध्यान दे की कंपनी जो पेमेंट गेटवे प्रदान कर रही है उसकी सपोर्ट टीम कैसी है और जरुरत होने पे आपको मदद मिल पायेगी या नहीं.

हमने सभी महत्वपूर्ण टिप्स को आपके साथ शेयर किये है जिसकी मदद से आपको सही पेमेंट गेटवे को चुनने में आसानी होगी. अगर आपको कोई जानकारी है जो चुनाव करने में सही मदद कर सकती है तो आप कमेंट में ज़रूर लिखे.

निष्कर्ष: Payment Gateway Kya Hai

इस लेख में आपको पेमेंट गेटवे से जुड़ी सभी जानकारी मिल गयी होगी. अगर आप ऑनलाइन बिज़नेस शुरू करना चाहते है तो ऐसे में पेमेंट गेटवे की आपको अवस्य्क्ता होती है. पेमेंट गेटवे आपके भुगतान के काम को आसान बना देता है साथ ही भुगतान लेने के लिए आपको अलग से स्टाफ रखने की जरुरत नहीं होती है और किसी को इस काम पर अलग से समय देने की भी जरुरत नहीं होता है.

गेटवे का उपयोग कर आप भुगतान को आसान बना पाएंगे और अपने बिज़नेस को और भी ज्यादा बढ़ा पाएंगे क्योंकि इसके माध्यम से ज्यादा ट्रांसक्शन हो पता है. ऑनलाइन पेमेंट लेकर कर आप अपने ग्राहक और अपना कीमती समय को बचा पाएंगे और इस समय को आप अपने व्यापार को आगे बढ़ने में लगा सकेंगे.

उम्मीद है की आपको पेमेंट गेटवे से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त हुई होगी की पेमेंट गेटवे क्या है और कैसे काम करता है अगर दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करे और उन्हें भी जानने में मदद करे.

Internet Kya Hai और कैसे काम करता है.

Internet Kya Hai: दोस्तों इंटरनेट हम इंसानों की मूलभूत ज़रूरतों का एक अहम हिस्सा बन चुका है। अब ऐसा लगता है कि इंटरनेट के बिना जिंदगी की कल्पना भी नहीं की जा सकतीं हैं। यू कहे तो इंटरनेट आज हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है।

क्योंकि आज का इंसान खास करके आज के नौजवान पीढ़ी बिना बिजली, बिना खाए, बिना पिए, और बिना सोए तो रह सकता है लेकिन बिना इंटरनेट के नहीं रह सकता।

इसका कारण ये भी है कि घर से लेकर बाहर तक हर जगह यह किसी न किसी रूप में मिल ही जाता है। ( जैसे- मनोरंजन के लिए, बैंकिंग के लिए, ऑनलाइन रेलवे टिकट के लिए, घर बैठे online  शॉपिंग के लिए, मोबाइल, बिजली, फोन का बिल जमा करने के लिए, online पढ़ाई करने के लिए, विज्ञापन के लिए, बिज़नेस के प्रचार प्रसार के लिए, किसी भी डॉक्यूमेंट को mail के माध्यम से ट्रांसफर करने के लिए )

इसके साथ साथ आप अभी इस आर्टिकल को इंटरनेट से कनेक्टेड मोबाइल फोन या फिर कंप्यूटर पर ही पढ़ रहे होंगे और मैं इंटरनेट का इस्तेमाल करके ही इस आर्टिकल को आप तक पहुंचा पाया हूं।

आजकल के नौजवान जिसको देखो मोबाइल में लगा रहता है। क्योंकि इंटरनेट व्यापार से लेकर एजुकेशन, टेक्नोलॉजी, कम्युनिकेशन और मनोरंजन का एक प्रमुख केंद्र बना हुआ है। 

इंटरनेट जहां आज हमारी बहुत सी समस्याओं का हल किया है,वही हमारे लिए बहुत सी नई समस्याओं को जन्म दे दिया है। दोस्तों अब आपके मन में बहुत सारे सवाल आ रहे होंगे कि

Internet Kya Hai? इंटरनेट से क्या लाभ और हानि है? इंटरनेट को हिंदी में क्या कहते हैं? इसके मालिक कौन है तथा इसकी खोज किसने की? भारत में इंटरनेट कब आया इंटरनेट का क्या महत्व है? इंटरनेट का इतिहास क्या है? Internet kya hai और इसकी विशेषताएं क्या है?

इस तरफ से और ना जाने आपके मन में इंटरनेट से जुड़ी कितने तरह के सवाल आ रहे होंगे तो आपको सोचने की जरूरत नहीं है आप सही जगह पर हैं। क्योंकि आज हम आपको इंटरनेट से जुड़ी सभी जानकारी अपने इस आर्टिकल में बताने वाले हैं।

इंटरनेट से जुड़ी कुछ जानकारी रह जाए या समझ नहीं आए या फिर आप कुछ बताना चाहते हैं मुझे कमेंट के माध्यम से अवगत कराना ना भूले।

तो आइए सबसे पहले हम जानते हैं कि Internet kya hai?

Internet Kya Hai और कैसे काम करता है.

Internet Kya Hai ? (What is Internet in Hindi)

इंटरनेट (Internet) एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा दुनिया के अलग-अलग जगहों पर स्थित computers या device को एक दूसरे से connect करके डाटा को exchange करते हैं।

इंटरनेट का फुल फॉर्म Interconnected Network होता है। मतलब कि ऐसा नेटवर्क जो कि एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ने का काम करता है उसे इंटरनेट कहा जाता है।

दूसरे शब्दों में कहें तो इंटरनेट एक ग्लोबल नेटवर्क होता है जिसके द्वारा बहुत सारे computer अलग-अलग जगहों पर एक दूसरे से deta exchange करने के लिए connect होते हैं।

यह सभी computer data को Email, chatting, social networking, video conferencing, E-commerce के जरिए डाटा को एक्सचेंज करते हैं।

दोस्तों अब आप समझ गए होंगे की Internet kya hai चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते है

इन्टरनेट का इतिहास (History of the Internet in Hindi)

अगर हम बात करते हैं इंटरनेट की इतिहास की तो हमें जाना होगा कि इंटरनेट कब शुरू हुआ था। और कैसे यह प्रसिद्ध होता चला गया।

सबसे पहले सन 1969 ईस्वी में अमेरिकी रक्षा विभाग Advance Research Projects Agency (ARPA) नाम का एक नेटवर्क लॉन्च किया। जिसका प्रयोग गुप्त सूचनाओं को भेजने के लिए प्रयोग में लाया गया।

1969 ईस्वी में पहली बार एक से ज्यादा कंप्यूटर को जोड़कर एक नेटवर्क तैयार किया गया और इस नेटवर्क के बीच Message को send किया गया।

जैसे-जैसे इसके फायदे का पता चलता गया वैसे वैसे इसका इस्तेमाल और बढ़ता चला गया। तो आइए एक नजर डालते हैं कि नेट शुरू होने के बाद अब तक हमारे पास कैसे पहुंचा।

  • इंटरनेट के लिए पहली बार Advanced Research Projects Agency Network (ARPANET) के नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया गया। इसको अमेरिकन डिफेंस डिपार्टमेंट ने 1969 ईस्वी में डेवलप किया।
  • ARPANRT को गुप्त रूप से वार के बीच मैसेज भेजने के लिए बनाया गया।
  • 1972 में Retanolines ने पहली बार E- Mail message send किया। इस तरह से का उपयोग बढ़ता चला गया।  इस तरह से Email message का उपयोग बढ़ता चला गया। इस तरह से ये नेटवर्क बहुत ही लोकप्रिय हो गया।

  • 1979 में पहली बार इसका ब्रिटिश पोस्ट ऑफिस में टेक्नोलॉजी (Technology) के रूप में इस्तेमाल किया गया। 

  • धीरे-धीरे 1984 के आने तक इस नेटवर्क से 1000 Computers जुड़ चुके थे।
  • अब इसका इस्तेमाल दूसरे सेक्टर में भी होने लगा और इसका नेटवर्क फैलता चला गया जो अब तक फैल ही रहा है।
  • 1986 में इंटरनेट को NSINET नाम दिया गया और इसने पूरी दुनिया में अपने महतो को साबित कर दिया।

इंटरनेट की खोज किसने किया 

इंटरनेट का खोज करना किसी एक व्यक्ति के बस की बात नहीं थी। इंटरनेट की खोज के पीछे कई लोगों का हाथ था। कई सारे साइंटिस्ट और इंजीनियर ने मिलकर इंटरनेट की खोज की।

1957 ईस्वी में कोल्ड वार के समय अमेरिका ने Advanced Research Project Agency ( ARPA) की स्थापना की। जिसका उद्देश्य एक ऐसी टेक्नोलॉजी को बनाना था जिससे कि एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर से जोड़ा जा सके।

सबसे पहले लियोनार्ड क्लेरॉक ( leonard kleonrock) ने इंटरनेट बनाने की योजना बनाई। बाद में J.C.R licklider ने उस योजना के साथ, रोबोट ट्रेलर की मदद से एक नेटवर्क बनाया। जिसका नाम ARPANET था।

1969 में ARPA agency ने ‌ARPANET स्थापना की जिससे कि किसी भी कंप्यूटर को किसी भी कंप्यूटर से जोड़ा जा सके। 1980 आते आते उसका नाम इंटरनेट हो गया। 

इन्टरनेट का मालिक कौन है ? (Owner of Internet in Hindi)

इंटरनेट से जुड़ी सवालों में से एक सवाल यह भी है कि इंटरनेट का मालिक कौन है? हम में से बहुत से लोगों के मन में यह सवाल होता है कि जिस इंटरनेट का इस्तेमाल हम रात-दिन करते हैं आखिर उसका मालिक कौन है ?

जब हम इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए किसी कंपनी(JIO, Airtel Idea या कोई अन्य) रिचार्ज करते हैं तो यह सवाल भी हमारे मन में आता है कि यह सारी कंपनियां किसे पैसा देती होगी।

तो आइए जानते हैं कि इंटरनेट का मालिक कौन है इंटरनेट का कोई एक मालिक, कोई व्यक्ति विशेष कोई एक देश या किसी देश की सरकार नहीं है। इसमें कई कंपनियां हैं।

मान लीजिए आप अभी इस बेवसाइट इस आर्टिकल को पढ़ रहे।तू इस आर्टिकल को आप हजारों किलोमीटर दूर रखें बेवसाइड के server से प्राप्त कर रहे हैं। जब बेवसाइट के server आपके मोबाइल या PC पर ये आर्टिकल आ रहा है। तो उस server और आपके मोबाइल के बीच एक connection बन रहा है। और इसी connection के लिए आपको पैसे देने पड़ते हैं। यह रुपए आप नेशनल लेवल की कंपनी जैसे jio, idea, Airtel, या local internet provider को देते हैं। लेकिन यह नेशनल कंपनी की पहुंच सिर्फ अपने देश तक ही होती है इसलिए यह नेशनल कंपनी भी इंटरनेट के लिए इंटरनेशनल कंपनी को पैसा देती है।

इंटरनेट का उपयोग (Uses of Internet in Hindi)

जैसा कि हम जान चुके हैं कि इंटरनेट हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है। इंटरनेट का उपयोग एक computer से दूसरे computer में या एक device से दूसरे device में deta send और receive करने के लिए करते हैं। आज के जमाने में इंटरनेट का उपयोग का दायरा असीमित हो चुका है।

तो आइए इस के कुछ प्रमुख उपयोग को जानते हैं जो इस प्रकार है:-

  • मनोरंजन के लिए
  • घर बैठे शॉपिंग कर सकते हैं
  • बैंकिंग के लिए
  • ऑनलाइन पढ़ाई के लिए
  • आपस में video calling बात कर सकते हैं
  • ऑनलाइन रेलवे या फ्लाइट टिकट बुक करने के लिए
  • न्यूज़ पढ़ने के लिए
  • मोबाइल फोन बिजली आदि का बिल जमा करने के लिए
  • अपने बिज़नेस का प्रचार-प्रसार भी कर सकते हैं।
  • विज्ञापन के लिए
  • किसी भी डॉक्यूमेंट को मेल के माध्यम से ट्रांसफर करने के लिए
  • किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इत्यादि

इसे भी पढ़े:

इंटरनेट  के फायदे और नुक्सान (Advantage And Disadvantage Of Internet In Hindi)

इंटरनेट से फायदे (Advantage Of Internet In Hindi)

हमें इंटरनेट से होने वाले लाभ की वजह से ही इंटरनेट हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन पाया है। क्योंकि इंटरनेट से बहुत सी चीजें आसान हो गई है। इंटरनेट से अनगिनत लाभ है। जिसका जिक्र नीचे कर रहे हैं।

इंटरनेट से हम मनोरंजन, घर बैठे शॉपिंग, बैंकिंग, ऑनलाइन पढ़ाई, मोबाइल, फोन, बिजली, पानी आदि का बिल ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। बिजनेस का प्रचार प्रसार कर सकते हैं। इंटरनेट का इस्तेमाल करके हम रेलवे या फ्लाइट का भी टिकट बुक कर सकते हैं। इसके अलावा किसी भी डॉक्यूमेंट को मेल के माध्यम से ट्रांसफर कर सकते हैं। आपस में वीडियो कॉलिंग बात कर सकते हैं। ऑनलाइन, टीवी, मूवी, न्यूज़, गेम खेल सकते हैं। इंटरनेट के जरिए हम आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, और वोटर आईडी कार्ड जैसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं जो कि इंटरनेट से ही संभव हो पाया है।

इंटरनेट से नुकसान (Disadvantage Of Internet In Hindi)

दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर चीज के दो पहलू होती है। ठीक इंटरनेट के साथ भी वैसा ही है। इंटरनेट से लाभ के साथ-साथ कुछ हानि भी है। तो आइए उस आने के बारे में कुछ जानते हैं।

कुछ लोग इंटरनेट के आदी हो जाते हैं। वो दिन हो या रात हो इससे चिपके रहते हैं। जिससे उनकी आंखों की रोशनी कम हो सकती है। इंटरनेट के आदी होने के कारण बिना काम के भी मोबाइल से चिपके रहते हैं जिससे उनके समय की बर्बादी होती है।

इंटरनेट के इस्तेमाल करने से वायरस का भी खतरा रहता है। कुछ हैकर आपकी निजी जानकारी भी चुरा सकते हैं जो आपके लिए आर्थिक रूप से हानिकारक हो सकती है। इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए आपको पैसे भी छुपाने पड़ते हैं जिससे पैसे खर्च होते हैं यह भी एक तरह से नुकसान ही है।

Internet Kya Hai से संबंधित सवाल और उनके जवाब (FAQ About the Internet Kya Hai in Hindi)

सवाल: Internet Kya Hai?

जवाब: इंटरनेट कंप्यूटर नेटवर्क का एक विश्वव्यापी नेटवर्क है। वर्तमान में, इंटरनेट का उपयोग करने वाले एक अरब से अधिक लोग हैं, और हर महीने लाखों नए उपयोगकर्ता लॉग इन करते हैं। इंटरनेट में कई भाग होते हैं। लेकिन दो सबसे लोकप्रिय वर्ल्ड वाइड वेब और इलेक्ट्रॉनिक मेल (ईमेल) हैं।

सवाल: मैं कैसे जुड़ा हो?

जवाब: न्यूनतम आवश्यकताएं एक कंप्यूटर और एक मॉडेम हैं। यदि आपके पास एक निजी कंप्यूटर या स्मार्टफोन जैसे एक डिजिटल उपकरण है, तो एक बार जब आपके पास आवश्यक हार्डवेयर होता है, तो आप एक इंटरनेट सेवा प्रदाता (आईएसपी), एक वाणिज्यिक ऑन-लाइन सेवा या फ़्रीनेट के साथ साइन इन करते हैं।

सवाल: इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP) क्या है?

जवाब: एक ISP आपके घर या कार्यालय से फोन लाइनों, एकीकृत सेवा डिजिटल नेटवर्क (ISDN) डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन (DSL) या विशेष समर्पित इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से इंटरनेट तक सीधे पहुंच प्रदान करता है। अधिकांश आईएसपी एक वेब ब्राउज़र और ईमेल क्लाइंट सहित लोकप्रिय सॉफ्टवेयर प्रदान करते हैं। ISP के साथ, हालांकि, आप किसी अन्य उपलब्ध इंटरनेट सॉफ़्टवेयर पैकेज का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं। अधिकांश ISP उपयोगकर्ताओं को अपनी खुद की जानकारी प्रकाशित करने के लिए अपना स्वयं का वेब स्पेस भी देते हैं।

सवाल: वाणिज्यिक ऑन-लाइन सेवा क्या है?

जवाब: वाणिज्यिक ऑन-लाइन सेवाओं को एक आसान-से-उपयोग प्रारूप में अपेक्षाकृत सीमित जानकारी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वाणिज्यिक सेवाएं अपने स्वयं के समाचार, अनुसंधान संसाधन और चर्चा मंचों की पेशकश करती हैं, जो केवल उनके सदस्य उपयोग कर सकते हैं। वे इंटरनेट के विशाल संसाधनों तक पहुंच भी प्रदान करते हैं। क्योंकि ये प्रणालियां केवल इंटरनेट एक्सेस के बजाय स्वामित्व सामग्री और बिंदु और क्लिक सॉफ़्टवेयर प्रदान करती हैं, इसलिए वे आमतौर पर आईएसपी से अधिक खर्च करते हैं।

सवाल: एक freenet क्या है?

जवाब: समुदाय के लिए पहुँच प्रदान करने के लिए अनिवार्य रूप से एक फ्रीनेट स्थापित किया गया है। एक फ़्रीनट के पीछे का सिद्धांत एक सार्वजनिक पुस्तकालय के समान है, जो हर किसी को भुगतान करने की क्षमता की परवाह किए बिना, इंटरनेट तक पहुंच प्रदान करता है।

सवाल: मुझे किस सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होगी?

जवाब: किसी भी “आधुनिक” कंप्यूटर या स्मार्टफोन में नेटवर्क क्षमता होगी। एक बार कनेक्ट होने के बाद, आपको एक वेब ब्राउज़र की आवश्यकता होगी, जो कि फॉरम फाइलिंग और ट्रांसलेट करने के लिए एक फॉरमल प्रोग्राम और सॉफ्टवेयर है। ये आपके कंप्यूटर स्मार्टफोन  पर पहले से लोड होने चाहिए या आपके ISP द्वारा प्रदान किए जाने चाहिए।

सवाल: एक वेब ब्राउज़र क्या है? 

जवाब: एक वेब ब्राउज़र सॉफ्टवेयर है जो आपको वेब पेजों को देखने की सुविधा देता है। नेटस्केप, इंटरनेट एक्सप्लोरर,गूगल क्रोम, मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स और वेब टीवी सभी वेब ब्राउज़र हैं

सवाल: फ़ायरवॉल क्या है?

जवाब: एक फ़ायरवॉल हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर का एक संयोजन है जो एक स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क (LAN) को सुरक्षा उद्देश्यों के लिए दो या अधिक भागों में अलग करता है। LAN के बाहर से नेटवर्क का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ता केवल फ़ायरवॉल के बाहर की जानकारी तक पहुँच सकते हैं, जबकि स्थानीय उपयोगकर्ता किसी भी जानकारी तक पहुँच सकते हैं।

सवाल: URL क्या है?

जवाब: एक URL (यूनिफ़ॉर्म रिसोर्स लोकेटर) इंटरनेट पर साइटों की पहचान करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला उपकरण है। वेब साइटें उपसर्ग “http: //” से शुरू होती हैं और FTP साइट “ftp: //” से शुरू होती हैं। 

अक्षरों का अगला सेट एक सर्वर को संदर्भित करता है: उदाहरण के लिए “www”। डोमेन नाम सर्वर का अनुसरण करता है और इंगित करता है कि साइट किसकी है और एक एक्सटेंशन एक व्यवसाय की साइट (“.com”), एक स्कूल की साइट (“.edu”), एक गैर-लाभकारी साइट की पहचान करता है। (“.org”) इत्यादि।

सवाल: वर्ल्ड वाइड वेब क्या है?

जवाब: वर्ल्ड वाइड वेब उन पृष्ठों का संग्रह है जो किसी के द्वारा प्रकाशित किए जा सकते हैं और लाखों इंटरनेट उपयोगकर्ताओं द्वारा देखे जा सकते हैं। वेब पेज में टेक्स्ट, ग्राफिक्स, साउंड, वीडियो, ऑडियो,फाइल्स और प्रोग्राम शामिल हो सकते हैं। इंटरनेट पर जानकारी वितरित करने का सबसे लोकप्रिय तरीका वेब है

सवाल: होम पेज क्या है?

जवाब: एक होम पेज एक वेबसाइट का शुरुआती पेज है। इसे एक इलेक्ट्रॉनिक पेज में संयुक्त पुस्तक की सामग्री के कवर और तालिका के रूप में सोचें।

सवाल: ईमेल क्या है?

जवाब: ईमेल (इलेक्ट्रॉनिक मेल) संदेश आमतौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को कंप्यूटर के माध्यम से भेजे जाने वाले पाठ संदेश होते हैं। ईमेल प्रसारण लगभग तात्कालिक है। मेलिंग सूची या सूचीपत्र को नियोजित करके ईमेल को एक साथ बड़ी संख्या में पते पर भेजा जा सकता है।

सवाल: समाचार समूह क्या हैं?

जवाब: एक समाचार समूह इंटरनेट पर एक चर्चा समूह है जिसमें कोई भी शामिल हो सकता है। एक विश्वव्यापी फोरम में लेख पढ़ना और पोस्ट करना। लगभग किसी भी कल्पनाशील विषय पर चर्चा करने वाले हजारों समूह हैं।

सवाल: ब्रॉडबैंड क्या है?

जवाब: ब्रॉडबैंड शब्द एक प्रकार के इंटरनेट कनेक्शन को संदर्भित करता है जो बहुत कम समय में बड़ी मात्रा में डेटा प्राप्त और भेज सकता है। 

सवाल: कनेक्शन गति क्या है?

जवाब: एक कनेक्शन की गति से संबंधित है कि आपका इंटरनेट कनेक्शन कितनी जल्दी इंटरनेट पर डेटा भेज और प्राप्त कर सकता है।

सवाल: .Com, .net, आदि का क्या अर्थ है? (वापस शीर्ष पर)

जवाब: परंपरागत रूप से केवल कुछ प्रकार के एक्सटेंशन थे। .edu शैक्षिक संस्थान के लिए होता था, .com कंपनी के लिए होता था, .gov एक सरकारी संस्थान के लिए होता था, सैन्य के लिए .mil, एक इंटरनेट कंपनी के लिए .net और एक गैर-लाभकारी संगठन के लिए .org। 

वर्तमान में, हालांकि, इस बात पर कोई प्रतिबंध नहीं है कि कौन विस्तार कर सकता है। अब कोई भी .com, .org, .net, .biz, और .info खरीद सकता है।

भारत में स्थित उन लोगों के अलावा यूआरएल के बाद देश के पदनाम भी हैं। जैसे मेरा ब्लॉग भारत के लिए बना हुआ है तो URL www.hindiblog4u.in होगा। अगर वही मैंने अमेरिका के लिए केवल साइट बनाया होता तो मेरे ब्लॉग का यूआरएल  www.hindiblog4u.us होता

Conclusion: Internet Kya Hai

दोस्तों उम्मीद है की आपको इंटरनेट की बारे में पूरी जानकारी मिल पायी होगी जैसे की Internet kya hai iska kya upyog hai. अगर आपको हमारा लेख अच्छा लगा तो इससे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर उन्हें भी जानकारी प्राप्त करने में मदद करे.

अगर Internet kya hai से ज़ुरा आपका कोई सवाल या सुझाव तो कमेंट बॉक्स में कमेंट कर मुझे जरूर लिखे.

Bharat Ke Sabse Amir Aadmi | Top 15 Richest Men in India 2022

दोस्तों आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको बताएँगे कि भारत के 15 सबसे अमीर आदमी कौन कौन है, और उनके पास कुल कितने की संपत्ति है।

क्योंकि बहुत से लोगों को अमीर आदमी के बारे में जानने की चाहत होती है। कि Bharat Ke Sabse Amir Aadmi | Top 15 Richest Men in India 2022 कौन है, और उनके पास कुल कितनी की संपत्ति है?

उन लोगों की तरह बनना तो आसान नहीं है लेकिन उनके बारे में जानने का इच्छा हम सब को ज़रूर होता है। हम सभी जानते हैं कि मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर आदमी हैं।

कभी-कभी आप से कोई पूछ भी देता है कि भारत का सबसे अमीर आदमी कौन है? तो आप बता देते हैं कि मुकेश अंबानी है।

लेकिन वही पूछ देता है कि भारत का 15 सबसे धनी आदमी कौन है? तो आपको नहीं मालूम होता है। तो बहुत बुरा फील होता है।

आप उस टाइम सोचते हैं कि काश हमें भी पता होता कि भारत का 15 सबसे अमीर आदमी कौन है तो उन्हें हम बता पाते।

लेकिन आज के बाद अगर आपसे कोई पूछे कि भारत का 15 सबसे अमीर व्यक्ति कौन है और उसके पास कुल कितनी की संपत्ति है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।

क्योंकि आज हम इस आर्टिकल में आपको यही बताएँगे कि भारत के 15 सबसे अमीर आदमी कौन है और उनके पास कुल कितनी संपत्ति है?

दोस्तों हम आपको यह भी बता देना चाहते हैं कि सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची की लिस्ट विश्व प्रसिद्ध फोर्ब्स पत्रिका द्वारा ही तैयार की जाती है।

फोर्ब्स हाल ही में कुछ अमीर व्यक्तियों की सूची साझा की है जिसमें से  आपको भारत के 15 सबसे अमीर व्यक्तियों के नाम और उसकी कुल संपत्ति के बारे में बता रहे हैं।

तो आइए हम आपको बताते हैं कि भारत का 15 सबसे अमीर व्यक्ति कौन है उसके पास कुल कितने की संपत्ति है?

Richest Men India

भारत का 15 सबसे अमीर आदमी | Bharat Ke Sabse Amir Aadmi

मुकेश अंबानी

मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन है। वह भारत का सबसे अमीर आदमी है। वह अरबपतियों की सूची में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे है। हाल ही में फोर्ब्स कुछ अमीर व्यक्तियों की सूची साझा की है। 

जिसमें मुकेश अंबानी दुनिया की अरबपतियों की सूची में छह पायदान की एक लंबी छलांग लगाकर 13वें स्थान पर पहुंच गए हैं। अभी उनके पास 51.4 बिलियन कि कुल संपत्ति है।

5 सितंबर 2016 का दिन भला कौन भूल सकता है क्योंकि इसी दिन मुकेश अंबानी  ने JIO को लांच किया था। जिसने भारतीय इंटरनेट की दुनिया में तहलका मचा दिया। क्योंकि JIO के लॉन्च होने के बाद भारतीय इंटरनेट की तस्वीर ही बदल कर रख दी।

 क्योंकि JIO के आने के बाद इंटरनेट डाटा, और कॉलिंग, एस एम एस सभी के दाम बहुत कम हो गए। इसे भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या काफी तेजी से बढ़ी। जिससे उन्हें बहुत लाभ हुआ।

गौतम अदानी 

गौतम अडानी भारत के जाने-माने उद्योगपति और अडानी समूह के चेयरमैन हैं। वह भारत के दूसरे सबसे अमीर आदमी है। उनके पास 15.7 बिलियन की संपत्ति है। गौतम अडानी का बिजनेस आज कोयला, व्यापार, खनन,पावर (बिजली उत्पादन) लॉजिक्टक्स, रियल स्टेट, एग्रो प्रोडक्ट्स आयल, गैस और बंदरगाह जैसी फील्ड में फैला हुआ है।

हिंदुजा ब्रदर्स 

हिंदुजा समूह के मालिक श्री चंद्र हिंदुजा और गोपीचंद हिंदुजा है।इसकी स्थापना 1914 में मुंबई में की गई थी लेकिन आज यह हिंदुजा समूह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है।

हिंदुजा ब्रदर्स भारत के सबसे अमीर आदमी के लिस्ट में तीसरे और ब्रिटेन मैं पहले स्थान पर है। उनके पास स्कूल 15.6 विलियन की कुल संपत्ति है। फिलहाल यह समूह आयल, गैस, बैंकिंग, आईटी और रियल स्टेट के कारोबार में अपना परचम लहरा रही है।

पालोनजी मिस्त्री 

पालोनजी मिस्त्री कंपनी के चेयरमैन है। वह भारत के चौथा लेकिन आयरलैंड के सबसे अमीर आदमी है। पालोनजी मिस्त्री के पास कुल 15.0 बिलियन की संपत्ति है। सापूर पलोनजी ग्रुप (SPG) टेक्सटाइल से लेकर रियल स्टेट, हॉस्पिटैलिटी और बिजनेस, ऑटोमेशन जैसे व्यापार से जुड़ा हुआ है।

शापूर पलोनजी ग्रुप के अंतर्गत प्रमुख कंपनियों में शापूर पलोनजी इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन, इंफ्रास्ट्रक्चर, फोर्ब्स टेक्सटाइल, गोकाक टैक्सटाइल्स, देश का अग्रणी वाटर प्यूरीफायर ब्रांड यूरेका फोर्ब्स एंड कंपनी शापूरजी पलोनजी कंस्ट्रक्शन, मैटेरियल्स ग्रुप, शापूर पलोनजी, रियल स्टेट और नेक्स्ट जेन आदि है।

उदय कोटक 

उदय कोटक भारतीय अरबपति बैंकर, कार्यकारी प्रबंधक और कोटक महिंद्रा बैंक के चेयरमैन है। उदय कोटक भारत के सबसे अमीर आदमी में पांचवें स्थान पर है। उनके पास कुल 14. 8 बिलियन की संपत्ति है।

शिव नादर  

शिव नादर IT क्षेत्र की दिग्गज कंपनी HCL के चेयरमैन है। भारत का छठा सबसे अमीर आदमी है। उनके पास कुल 14.4 बिलियन की संपत्ति है।शिव नादर को उनके अथक प्रयास और सफलता के लिए 2018 में पद्म भूषण से नवाजा जा चुका है। 

HCL कंप्यूटर्स, एक कंपनी जिसने भारत के लोगों का कंप्यूटर पर खरीदने का सपना साकार किया। 

सन 2000 तक कंप्यूटर बहुत महंगे आते थे लेकिन एक भारतीय कंपनी ने अपनी मेहनत के दम पर लोगों को सस्ता और बेहतरीन कंप्यूटर उपलब्ध कराया। इन्हीं सब उपलब्धि के कारण इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इनका नाम बड़े ही आदर से लिया जाता है।

राधाकिशन दमानी  

राधाकिशन दमानी डी मार्ट कंपनी के मालिक हैं। वह भारत के सातवें सबसे धनी आदमी हैं। उनके पास कॉल 14.3 बिलियन की संपत्ति है। राधाकिशन दमानी एक शेयर बाजार निवेशक, शेयर दलाल, व्यापारी, संस्थापक और डी मार्ट कंपनी के प्रमोटर है। डी मार्ट को सुपरमार्केट रिटेल चेन एवेन्यू सुपर मार्केट के नाम से जाना जाता है।

गोदरेज फैमिली  

आदि गोदरेज गोदरेज समूह के चेयरमैन है। उनके भाई नादिर गोदरेज, गोदरेज एग्रोवेट कंपनी के चेयरमैन है। तथा उनके चचेरे भाई जमशेद गोदरेज, गोदरेज एंड बॉयसे के चेयरमैन है। गोदरेज फैमिली भारत के सबसे अमीर आदमी के लिस्ट में आठवें पायदान पर है। उनके पास कुल 12 बिलियन की संपत्ति है। गोदरेज फैमिली के पास मुंबई में सबसे ज्यादा जमीन भी है।

गोदरेज फैमिली रियल स्टेट, फर्नीचर, बैटरी केमिकल्स, इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स आदि प्रोडक्ट का कारोबार करती है।

लक्ष्मी निवास मित्तल  

लक्ष्मी निवास मित्तल दुनिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलरमित्तल के चेयरमैन और CEO है।

वह भारत के सबसे अमीर आदमी में नौवें स्थान पर हैं। उनके पास कुल 10.5 बिलियन की संपत्ति है। लक्ष्मी निवास मित्तल को 2008 में पदम भूषण से नवाजा जा चुका है।

कुमार मंगलम बिरला

कुमार मंगलम बिरला भारत के सबसे बड़े बिजनेस समूह में से एक, “आदित्य बिरला ग्रुप” के चेयरमैन है।

कुमार बिरला भारत के सबसे अमीर आदमी के लिस्ट में दसवें स्थान पर हैं। उनके पास कुल 9.6 बिलियन की संपत्ति है। आदित्य बिरला ग्रुप का व्यापार मुख्य रूप से सीमेंट एलमुनियम फैशन टेलीकॉम और फ़ाइनेंशियल के क्षेत्र में फैला हुआ है।

बजाज फॅमिली

बजाज परिवार समूह भारत का प्रमुख औद्योगिक समूह है इस समूह की स्थापना जमनालाल बजाज ने की थी. 

इसके समूह में 37 कंपनियां शामिल हैं और इसकी प्रमुख कंपनी बजाज ऑटो को दुनिया के चौथे सबसे बड़े दोपहिया और तीन-पहिया निर्माता के रूप में स्थान दिया गया है।

इनकी कुल संपत्ति 6.0 बिलियन डॉलर की है.

सुनील मित्तल

सुनील भारती मित्तल एक भारतीय उद्यमी और भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और अध्यक्ष हैं जिसका दूरसंचार, बीमा, रियल एस्टेट, शिक्षा, मॉल, आतिथ्य, कृषि और भोजन के अलावा अन्य उपक्रमों में व्यापर फैला हुआ है.

इस समूह की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल है. यह कंपनी एशिया और अफ्रीका के 18 देशों में 399 मिलियन से अधिक ग्राहक आधार वाली परिचालन करने वाली दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है

उन्हें फोर्ब्स द्वारा भारत के 8 वें सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। इनकी कुल संपत्ति 8.5 बिलियन डॉलर की है.

साइरस एस पूनावाला 

साइरस एस। पूनावाला एक भारतीय व्यापारी और पूनावाला समूह के अध्यक्ष हैं पूनावाला समूह में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारतीय बायोटेक कंपनी शामिल है जो बाल चिकित्सा टीके बनाती है.

मार्च 2018 में फोर्ब्स रैंकिंग के अनुसार, पूनावाला भारत के 7 वें सबसे अमीर व्यक्ति और दुनिया के 170 वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं।

उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा 2005 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था

दिलीप शांघवी 

दिलीप शांघवी भारत के एक व्यवसायी और देश के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं. वे सन फार्मास्युटिकल कंपनी के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक हैं

मार्च 2015 में वे सबसे धनी भारतीय भी बने थे.

ये भारत की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी के मालिक है. सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक भारतीय बहुराष्ट्रीय(Multinational) दवा कंपनी है

भारत सरकार ने उन्हें 2016 में पद्म श्री के नागरिक सम्मान से सम्मानित किया था.  इनकी कुल संपत्ति 6.9 बिलियन डॉलर की है.

बर्मन परिवार

आनंद अशोक चंद बर्मन एक भारतीय अरबपति व्यापारी हैं और डाबर के प्रमुख उपभोक्ता सामान कंपनी के अध्यक्ष हैं 

वह शीर्ष 20 सबसे अमीर भारतीयों और फोर्ब्स की सूची में शामिल हैं।

बर्मन का जन्म एक बंगाली व्यापारी परिवार में हुआ था। उनके पिता अशोक चंद बर्मन थे जो डाबर कंपनी के चेयरमैन थे।

डाबर की शुरुआत 1884 में कोलकाता में एस.के. आयुर्वेद के एक चिकित्सक बर्मन हैजा और मलेरिया जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए दवाइयाँ बनाते हैं

इनकी कुल संपत्ति 5.8 बिलियन डॉलर की है.

Telegram Kya Hai टेलीग्राम कैसे Download करें

दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि इस इंटरनेट की दुनिया में बहुत सारे मैसेजिंग एप मौजूद है। जिनमें से सबसे ज्यादा फेमस WhatsApp और Facebook मैसेंजर एप है।

WhatsApp और Facebook के अलावा भी बहुत सारे मैसेजिंग एप है। जो काफी मात्रा में इस्तेमाल होता है उनमें से एक ऐप टेलीग्राम भी है। जी हां दोस्तों व्हाट्सएप के जैसे ही टेलीग्राम भी एक मैसेजिंग ऐप है।

WhatsApp और Facebook के बारे में तो सभी जानते हैं लेकिन Telegram Kya Hai यह कुछ लोग ही जानते हैं। जिन लोगों ने अभी तक इसका इस्तेमाल नहीं किया है। उन्हें भी इसके बारे में जाने की जरूरत है।

क्योंकि आज इंटरनेट पर बहुत सारे सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट और android app है। जिसकी मदद से हम अपने फैमिली या अपने दोस्तों से जुड़े रह सकते हैं और उनके साथ बातचीत कर सकते हैं।

टेलीग्राम भी एक वैसा ही ऐप है जिसकी सहायता से हम अपने दोस्तों या फैमिली मेंबर से बातचीत कर सकते हैं। इसीलिए इसके बारे में भी हमें जानना चाहिए।

टेलीग्राम मैसेंजर के जो function है वो सभी मैसेंजर एप की तरह ही है लेकिन टेलीग्राम में कुछ विशेष features और ज्यादा safety के लिए ही इसे लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

अगर आपको टेलीग्राम के बारे में जानकारी नहीं है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में टेलीग्राम से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने वाले हैं जैसे Telegram Kya Hai और इसका उपयोग कैसे करें? टेलीग्राम के क्या-क्या फीचर्स है? टेलीग्राम कब और किसने बनाया? टेलीग्राम चैनल एवं ग्रुप क्या है। 

दोस्तों हमें उम्मीद है कि आप भी टेलीग्राम का इस्तेमाल करके इसका लाभ उठा सकते हैं। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगता है तो आप अपने दोस्तों से भी शेयर कर सकते हैं। तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि Telegram kya hai?

Telegram Kya Hai

Telegram Kya Hai (What is Telegram in Hindi)

टेलीग्राम WhatsApp की तरह ही एक सोशल नेटवर्किंग मैसेजिंग एप है। जिस का हिंदी अर्थ “तार का समाचार” होता है। 

Android, iOs, Windows, Windows Phone, macOS और Linux के लिए उपलब्ध है। इन सभी पर टेलीग्राम को डाउनलोड करके आप इस्तेमाल कर सकते हैं और टेलीग्राम एप्लीकेशन का आनंद ले सकते हैं.

टेलीग्राम काफी मात्रा में इस्तेमाल किया भी जाता है इसे 10 करोड़ से अधिक लोग डाउनलोड कर चुके हैं। टेलीग्राम 13 भाषाओं में उपलब्ध है।

ये WhatsApp की तरह ही Easy-to-Use है। क्योंकि टेलीग्राम एक cloud  स्टोरेज आधारित मैसेजिंग ऐप है जो WhatsApp और Facebook messenger की तरफ ही इंटरनेट पर काम करता है।

जिसका अर्थ है कि अपने मोबाइल data या Wi-Fi कनेक्शन होने पर आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और फैमिली मेंबर से फ्री में मैसेज भेज सकते हैं। टेलीग्राम के जरिए आप photos, videos, location, file, contract  या कोई मीडिया फाइल भी भेज सकते हैं।

टेलीग्राम की मुख्य विशेषता यह है कि इसमें आप बाकी मैसेंजर ऐप ( जैसे – WhatsApp और Facebook messenger) की तरह टेलीग्राम users को मैसेज भेजने, कॉलिंग, क्रिएट ग्रुप, और चैनल तथा स्टीकर्स इत्यादि भेज सकते हैं।

इतना ही नहीं टेलीग्राम में कुछ खास फीचर्स दिए हुए हैं जिसके कारण इसे दूसरी ऐप से बेहतर बनाती है। जैसे कि इसमें आप secret chat कर सकते हैं जो आप दोनों के अलावा कोई तीसरा नहीं पढ सकता है तथा इससे आप चैनल बना सकते हैं

दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले बताया है कि टेलीग्राम एक cloud- besed सर्विस है। सर्विस इसका मतलब यह है कि टेलीग्राम एप का डाटा यानी आपके द्वारा भेजे गए या प्राप्त किए गए photos, videos इत्यादि टेलीग्राम sarvar पर save से होता है ना कि आपके डिवाइस में। आप किसी भी डिवाइस से अपने डाटा को access कर सकते हैं।  जबकि WhatsApp में ऐसा नहीं कर सकते।

टेलीग्राम में इन  बेहतरीन फीचर्स के कारण ही इन्हें दूसरे मैसेंजर एप से बेहतर बनाती है।

टेलीग्राम कैसे USE (उपयोग) करें और टेलीग्राम कैसे Download करें 

दोस्तो टेलीग्राम Use करने से पहले आपको टेलीग्राम को अपने डिवाइस में Install करना होगा। अगर आपको मालूम नहीं है की टेलीग्राम कैसे install करते हैं तो आइए हम आपको step-by-step बताते हैं कि टेलीग्राम कैसे Download करते हैं और कैसे Use करते हैं।

  • सबसे पहले आपको अपने मोबाइल के app store जैसे- Android का play store को ओपन करें।
  • ओपन करने के बाद search bar में टेलीग्राम लिखकर search करें।
  • Search करते ही टेलीग्राम एप आ जाएगा फिर उसको install पर क्लिक करें।
  • Install हो जाने के बाद टेलीग्राम को open करें।
  • टेलीग्राम open हो जाने के बाद start messaging पर click करें।
  • Start messaging पर click करने के बाद country (India) select कर जिस मोबाइल नंबर से ID बनाना है वह मोबाइल नंबर डालें और उसके बाद right tick पर click करें।
  • उसके बाद आपने जो नंबर लिखा था उस मोबाइल नंबर पर एक मैसेज आएगा। जिसमें 5 digit का एक verification code होगा।
  • अब उस 5 digit कोड को लिखकर done tick पर क्लिक करें।
  • तो दोस्तों इस प्रकार आपका मोबाइल नंबर verify हो जाएगा।

  • तथा अब आपको टेलीग्राम अकाउंट setup करने के लिए first name तथा last name type करना होगा।
  • अब आपका सफलतापूर्वक टेलीग्राम अकाउंट बन गया होगा। और अब आप इसका यूज कर सकते हैं।

दोस्तों टेलीग्राम अकाउंट create होने के बाद आप उन टेलीग्राम users को देख सकते हैं तथा उनको message, photos, videos, document भी send कर सकते हैं। टेलीग्राम मैं कुछ खास features भी है कुछ ला जवाब स्टीकर्स भी हैं। जिसे आप अपने दोस्तों, मित्रों के साथ शेयर कर सकते हैं।

टेलीग्राम चैनल क्या है (What is Telegram Channel in Hindi)

टेलीग्राम के लिए टेलीग्राम चैनल का इतना महत्व है कि Users टेलीग्राम चैनल के कारण भी टेलीग्राम को इंस्टॉल करते हैं तथा उसका इस्तेमाल करते हैं।

क्योंकि टेलीग्राम चैनल से सभी Users आसानी से News पढ़ सकते हैं, Anylytics देख सकते हैं, Investing Strategis सीख सकते हैं। और इसके अलावा अच्छे-अच्छे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा शेयर कर सकते हैं।

आज टेलीग्राम चैनल एक बहुत ही बेहतर जगह बन चुका है किसी भी Particular Topic पर ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करने का। ज्ञान के मामलों में आज internet, Facebook page, Instagram से भी ज्यादा बेहतर हो गया है।

यदि आप WhatsApp इस्तेमाल करते हो तो शायद आपको WhatsApp Broadcasting feature के बारे में पता होगा। कम शब्दों में अगर Broadcasting feature के इस्तेमाल के बारे में समझे तो ” Broadcasting feature के जरिए हम किसी भी Message को एक बार में सैकड़ों Users को Send कर सकते हैं।

यदि आपको किसी message को 200 WhatsApp contacts को एक साथ भेजना है तो आप New Broadcasting Create कर उन 200 Members को उस list मैं Add कर सकते हैं। तब अब आप उस Message को New Create की गई Broadcasting List में Type कर Send करते हैं तो वह 200 users को एक बार में ही पहुंच जाता है।

लेकिन टेलीग्राम चैनल में Members को Add करने की कोई Limit नहीं होती है। जिससे आप एक बार में सैकड़ों की संख्या में मेंबर्स बना सकते हैं और किसी भी जानकारी को शेयर कर सकते हैं। 

जी हां दोस्तों है ना कमाल का Features. इन विशेष feature के कारण भी Users टेलीग्राम को बहुत पसंद करते हैं और Download करके इसका उपयोग करते हैं।

टेलीग्राम चैनल के प्रकार (Types of Channel in Hindi)

टेलीग्राम चैनल को मुख्य रूप से दो भागों में बाँटा गया है।

  1. Public Channel
  2. Private Channel

Public Channel 

Public Channel उन channel को कहा जाता है जिनकी एक User Name होती है। इन्हें कोई भी व्यक्ति आसानी से उस चैनल को search करके खोज सकता है और Join भी कर सकता है।

Private Channel 

Private Channel कौन Channel को कहा जाता है जो आमतौर पर Public के लिए Open नहीं होती है। 

ये अक्सर Closed Societies होती है। इसलिए इन्हें इंटरनेट पर Search करके खोज पाना नामुमकिन होता है। इसलिए इसे केवल Invite Link या फिर Admin चाहे तभी उन्हें Join कर सकता हैं।

टेलीग्राम चैनल को खास बात यह है कि इसके अंतर्गत आप 1.5 GB  तक का File अपने Members के साथ Share कर सकते हैं।

टेलीग्राम का इतिहास (History of Telegram in Hindi)

दोस्तों अगर हम टेलीग्राम के इतिहास की बात करें तो टेलीग्राम को सबसे पहले Nikolai और Pavel दोनों भाई के द्वारा सन 2013 में टेलीग्राम को Launch किया गया था. 

यदि हम टेलीग्राम के अलग-अलग Platform की बात करें तो टेलीग्राम को iOS के लिए 14 अगस्त 2013 को Android Phone के लिए 20 अगस्त 2013 को Launch किया गया।  लेकिन टेलीग्राम को iOS की अपेक्षा Android User के द्वारा ज्यादा पसंद किया जाता है.

टेलीग्राम की बात की जाए तो इसमें Nikolai Durov ने MTProto Protocol को Create किया है जो Messenger का Basis हैं, वही Panvel ने इस प्रोजेक्ट में financial Support और Infrastructure प्रदान किया। अपनी digital fortress found से जिसमें वही Axel neff के Partner हैं। और जो बाद में उनके Co-founder भी बने। 

टेलीग्राम से क्या फायदा होता है?

  • इसमें आप कई तरह की फाइल भेज सकते हैं, वो भी 1Gb तक की बड़ी फाइल।
  • यह असीमित भंडारण प्रदान करता है और सभी डेटा को क्लाउड में ही संग्रहीत करता है।
  • यह एंड्रॉइड, आईओएस, विंडोज जैसे सभी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
  • इसमें गुप्त चैट की फीचर प्रस्तुति है, जो एन्क्रिप्शन तकनीकों का उपयोग करती है।
  • इसमें सेल्फ डिस्ट्रक्ट जैसी विशेषताएं मौजूद हैं।
  • यह एक बहुत ही स्थिर और विश्वसनीय संदेशवाहक है
  • यह पूरी तरह से मुफ़्त है, और इसमें विज्ञापन कभी नहीं आएंगे, ऐसा टेलीग्राम बनाने वाली कंपनी का कहना है।

टेलीग्राम से हमें क्या हानि है?

  • टेलीग्राम चैट डिफ़ॉल्ट रूप से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं होते हैं
  • एक साथ कई फाइलें डाउनलोड करने की सुविधा नहीं है।
  • वॉयस मैसेज के लिए कोई सुविधा नहीं है।

यह भी पढ़े:

तो दोस्तों हमें उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि अब आप Telegram Kya Hai और इसे कैसे यूज करते हैं और इससे जुड़ी हुई सभी महत्वपूर्ण जानकारी समझ गए होंगे। 

तो दोस्तों इस आर्टिकल से जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाव देना है तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके ज़रूर बताएं। 

ताकि मैं आप सबके लिए और अच्छे से आर्टिकल लिख सकूँ जिससे आप सभी को लाभ हो। 

आपका कोई सुझाव भी मेरे लिए महत्वपूर्ण है। तो दोस्तों अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो आप अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं उन्हें भी टेलीग्राम के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद कर सकते है.

Amazon KDP Kya Hai इससे पैसे कैसे कमा सकते है

आपने कई बार Amazon KDP के बारे में इंटरनेट पे देखा होगा या किसी से सुना होगा पर क्या आप जानते है की Amazon KDP kya hai और इससे कैसे पैसे कमाए जा सकते है. Amazon KDP कैसे आपके लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है.

Amazon KDP एक Amazon कंपनी  का ही सर्विस है जहाँ से आप पैसे कमा सकते हैं अगर आपको Amazon KDP की जानकारी नहीं है तो इस लेख आपको इसकी पूरी जानकारी मिलने वाली है. 

Amazon KDP का फुल फॉर्म अमेज़न किंडल डायरेक्ट पब्लिशिंग है.

तो चलिए सबसे पहले विस्तार से जानते है की Amazon KDP kya hai?

Amazon KDP Kya Hai इससे पैसे कैसे कमा सकते है

Amazon KDP Kya Hai (What is Amazon KDP in Hindi) ? 

Kindle Direct Publishing (KDP) अमेज़न कंपनी द्वारा दी जाने वाली एक सर्विस है. 

इस सर्विस का उपयोग कर अमेज़न पर अपनी पुस्तक को स्वयं प्रकाशित कर सकते हैं और 24 घंटे में पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं

कोई भी लेखक जिनके पास एक पुस्तक है, जिसे वे प्रकाशित करना चाहते है , उनके पास दो मार्ग हैं: पारंपरिक प्रकाशन, जहाँ एक प्रकाशन गृह पुस्तक प्रकाशित करता है, और दूसरा स्वयं-प्रकाशन, जहाँ लेखक स्वयं पुस्तक प्रकाशित करता है।

अमेज़ॅन केडीपी एक उपकरण है जिससे लेखक खुद अपने काम को ऑनलाइन प्रकाशित करने के लिए उपयोग कर सकता है।

संक्षेप में:

Amazon KDP ऐसी सर्विस देती है  जिसका उपयोग कर कोई भी पुस्तक को स्वयं प्रकाशित कर सके और इसे अमेज़न पर बेच सके।

अब आप सोच रहे होंगे की सिर्फ बुक लिख पब्लिश कर देने से पैसे आना शुरू हो जायेगा

पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है.

आपको बुक को पब्लिश करने के लिए सही प्लानिंग और तरीके की जरुरत होती है तभी आप इसकी मदद से पैसा कमा सकते है.

तो चलिए अब हम आपको बताते है की आपको ईबुक पब्लिश करने के लिए किस तरह से शुरुआत करना चाहिए और कैसे आप ईबुक पब्लिश कर सकते है.

Amazon KDP पर ईबुक कैसे प्रकाशित करें

ये बात आप समझ चुके होंगे की अमेज़न की मदद से ईबुक पब्लिश करना आसान है और जल्दी से बुक को पब्लिश किया जा सकता है.

यह लेखकों को प्रकाशन और लेखन के सबसे महत्वपूर्ण भाग पर ध्यान केंद्रित करने की समय देता है जो कि ईबुक के बाजार में जाने से पहले शुरू होता है। 

समय का बड़ा हिस्सा ईबुक प्रकाशित होने से पहले विचार, शोध, लेखन, संपादन और डिज़ाइनिंग पर खर्च करने को लेखक को मिलता है.

अमेज़न केडीपी पर अपनी पूरी ईबुक प्रकाशित करने के लिए संपूर्ण कदम और प्रक्रिया कुछ इस प्रकार से है.

  • एक यादगार, वर्णनात्मक पुस्तक शीर्षक बनाएँ
  • बुक का कवर का डिज़ाइन त्यार करे 
  • अपना पूरा किया हुआ ईबुक पाठ तैयार करें
  • किंडल डायरेक्ट पब्लिशिंग टर्म्स एंड कंडीशंस से गुजरें और सुनिश्चित करें कि आप किसी भी कंटेंट और क्वालिटी गाइडलाइन्स का उल्लंघन न हो 
  • अपने अमेज़ॅन केडीपी खाते में जाएं अगर पहले से खाता नहीं है तो अपना खाता बनाये
  • अपने केडीपी बुकशेल्फ़ पर जाएं
  • “एक नया शीर्षक बनाएं” अनुभाग पर क्लिक करें, फिर “Kindle eBook” पर क्लिक करें।
  • निर्देशों का पालन करें और अपने ई-पुस्तक के लिए आवश्यक जानकारी दर्ज करें जैसे की शीर्षक, विवरण, कीवर्ड, श्रेणियां इत्यादि 
  • अपनी ईबुक पांडुलिपि अपलोड करें और कवर करें। 
  • सब कुछ क्रम में है यह सुनिश्चित करने के लिए पूर्वावलोकन(Preview) पर क्लिक करें।
  • उन प्रदेशों का चयन करें जहाँ आप वितरण अधिकार रखते हैं
  • अपने चुने हुए ईबुक मूल्य के आधार पर एक रॉयल्टी योजना चुनें
  • अब अंत में “अपना किंडल eBook प्रकाशित करें” पर क्लिक करें

ऊपर बताये गए चरणों को फॉलो कर आप अपने eBook को पब्लिश कर पाएंगे.

किंडल ईबुक को प्रमोट कैसे करे

बुक पब्लिश करने के बाद सबसे महत्वपूर्ण काम होता है बुक को प्रमोट करने का ताकि वो जायदा से ज्यादा रीडर तक पहुंच सके. आप ईमेल, वेबसाइट और अन्य आउटरीच के साथ अपनी पुस्तक का प्रचार कर सकते हैं

किंडल पुस्तकों के लिए प्रचार रणनीतियों कुछ इस प्रकार से बना सकते है.

अपनी पुस्तक को प्रत्येक सोशल मीडिया साइट्स पर साझा करें जिसमें आपकी उपस्थिति है

यदि आपके पास एक ब्लॉग है, तो इसके लिए एक लैंडिंग पृष्ठ बनाएँ

अपने ब्लॉग पाठकों को ईमेल भेजकर शब्द को बाहर निकालें। कॉल-टू-एक्शन शामिल करें जैसे कि आपकी पुस्तक, सोशल मीडिया पर आपके पोस्ट के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, आपको उनसे क्या मदद चाहिए

कम परिचयात्मक मूल्य के साथ शुरू करें। यह बिक्री बढ़ने का एक शानदार तरीका हो सकता है

ईमेल हस्ताक्षर में अपनी पुस्तक का विवरण शामिल करें

दिए गए हर फीडबैक के साथ संलग्न रहें। आपकी पुस्तक के बारे में टिप्पणियों का उत्तर दें। 

अपनी पुस्तक के बारे में साझा किए गए ट्वीट्स की तरह, सकारात्मक और रचनात्मक प्रतिक्रिया दोनों के लिए धन्यवाद कहें

दिए गए हर सकारात्मक फीडबैक को आप अपने ब्लॉग पे बनाये गए लैंडिंग पेज पर जोड़े ताकि रीडर्स को आपके बुक के बारे में अन्य रीडर्स से जानकारी मिल पाए और उनको सकारात्मक सोच आये 

किसी ज्ञात व्यक्ति को मुफ्त में पुस्तक की पेशकश करें और उससे प्रतिक्रिया प्राप्त करें। अपने ब्लॉग के लैंडिंग पृष्ठ पर इन फ़ीडबैक स्क्रीनशॉट को जोड़े. ये तरीका भी आपको बुक को ज्यादा प्रमोट करने में और सेल बढ़ने में मदद करेगी.

Amazon KDP पर प्रकाशित करने के लाभ

अमेज़न KDP पे खुद से बुक पब्लिश करने के कई सारे फायदे है. Amazon KDP ने ऑथर के लिए एक बहुत ही बढ़िया प्लेटफॉर्म प्रदान किया है जिससे लेखकों को एक पुस्तक प्रकाशित करने और एक स्थायी पुस्तक व्यवसाय बनाने  में आसानी हो

KDP प्रकाशन के लाभ कुछ इस प्रकार से है.

त्वरित प्रकाशन का समय : परम्परागत बुक पब्लिश करने की तरीके को देखे तो उसके द्वारा बुक को बाजार में लाने में काफी समय लगता है जबकि कडप के जरिये बुक पब्लिश बहुत जल्दी हो जाती है.

व्यापक वितरण: अमेज़न का प्लेटफार्म बहुत ही ज्यादा बड़ा है जैसा की आप सभी जानते होंगे ऐसे में ऑथर आसानी अपने बुक को ज्यादा से ज्यादा लोग तक पंहुचा सकते है.

लेखक का अधिकार:  भले ही आप अपनी पुस्तक को केडीपी पर प्रकाशित करते हैं, आप अमेज़न के गैर-अनन्य समझौते के माध्यम से अपनी पुस्तक के अधिकारों को बरकरार रख पाते हैं।

अमेज़न प्राइम क्या है और अमेज़ॅन प्राइम के क्या फायदे हैं

Amazon Kindle पर सेल्फ पब्लिश करने में कितना खर्च होता है

अमेज़ॅन आपको किंडल स्टोर पर मुफ्त में एक पुस्तक अपलोड करने देता है, इसलिए पुस्तक को स्व-प्रकाशित करने में कोई लागत शामिल नहीं है 

अमेज़न केडीपी पर जाएं और एक मुफ्त प्रकाशन खाते के लिए पंजीकरण करें। आप कुछ भी भुगतान किए बिना एक पुस्तक अपलोड कर सकते हैं

जो लोग ईबुक बेचकर ऑनलाइन पैसा कमाना चाहते हैं, उनके लिए किंडल पब्लिशिंग सबसे अच्छी जगह है क्योंकि यहाँ पर बिना किसी खर्च के शुरुआत कर सकते है.

Conclusion: Amazon KDP Kya Hai

दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप अमेज़न किंडल से जुड़ी सभी बात जान पाए होंगे आप को ये जानकारी कैसे लगी कमेंट में जरूर बताये.

अगर आप कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट करे हमे आपके सवालों का जवाब देने में ख़ुशी होगी.

Computer Ka Full Form Kya Hai

Computer Ka Full Form: दोस्तों कंप्यूटर कोई नया नाम या नया शब्द नहीं है। अब तो कंप्यूटर हमारी जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका हैं। इसके बिना तो अब जिंदगी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।

इसका उपयोग इतना बढ़ गया है कि कंप्यूटर आज हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है। आप जहां जाइएगा सब जगह कंप्यूटर ही कंप्यूटर का जमाना हो गया है। 

पढ़ाई से लेकर अच्छे जॉब तक सब जगह कंप्यूटर का ही बोलबाला है। अच्छे जॉब करने के लिए भी कंप्यूटर की जानकारी होना बहुत ही जरूरी हो गया है। 

इसलिए अब तो बच्चों की क्लास से ही कंप्यूटर के बारे में बताया जाता है उसे पढ़ाया जाता है। कंप्यूटर की आवश्यकता मानव जीवन में इतना बढ़ गया है कि आज के युग को कंप्यूटर युग बोलने में किसी को परेशानी नहीं होना चाहिए।

कंप्यूटर की आवश्यकता इसलिए भी बढी है कि यह घंटों का काम मिनटों में करता है जिससे आपकी समय की बचत होती है और काम तेजी से पूरा हो जाता है.

Computer Ka Full Form Kya Hai

इतना जानने के बाद आपके मन में कंप्यूटर से जुड़ी बहुत सारे सवाल होंगे। 

जैसे की Computer Ka Full Form क्या है? कंप्यूटर क्या है और इसकी क्या विशेषताएं हैं? इसे हिंदी में क्या कहते हैं? कंप्यूटर से क्या लाभ है? कप्यूटर के इतिहास क्या है?

तो अब आपको इन सभी सवालों के जवाब मालूम हो जाएंगे। क्योंकि आज हम आपके लिए अपने इस आर्टिकल में कंप्यूटर से जुड़ी सभी जानकारी आपसे शेयर करने वाले हैं। अगर आपको अच्छा लगे तो आप अपने दोस्तों को भी शेयर कर सकते हैं और उन्हें भी जानने में मदद कर सकते है.

तो आइए दोस्तों कंप्यूटर का फुल फॉर्म जानने से पहले जानते हैं कि कंप्यूटर क्या है? :-

कंप्यूटर क्या है 

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो हमारे द्वारा दिए गए कार्यों को पूरा करता है, तथा उसे जमा करके रखता है। जिसको हम देख सकते हैं तथा प्राप्त कर सकते हैं।

दूसरे शब्दों में कंप्यूटर की परिभाषा यह भी है कि

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो कुछ टाइम निर्देशों के अनुसार हमारे द्वारा दिए गए कार्यों को पूरा करता है। और ज्यादा शब्दों में कहें तो कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है जो इनपुट उपकरणों की मदद से आंकड़ों को स्वीकार करता है और उन आंकड़ों को आउटपुट उपकरणों की मदद से सूचना के रूप में प्रदान करता है।

Computer शब्द लैटिन भाषा के computare शब्द से लिया गया है। जिसका हिंदी अर्थ Calculation करना या गणना करना होता है।

इसका मुख्य तौर पर तीन काम है

पहला काम डाटा को लेना जिसे हम input भी कहते हैं।

दूसरा काम उस डाटा को processing करने का होता है।

तीसरा और अंतिम काम उस processed को दिखाने का होता है। जिसे Output भी कहते हैं।

चार्ल्स बैबेज को father of computer कहा जाता है।

Computer Ka Full Form Kya Hai

दोस्तों मुझे उम्मीद नहीं पूरा विश्वास है कि अब आप समझ गए होंगे कि कंप्यूटर क्या है। अब हम आपको हिंदी अर्थ के साथ बताते हैं कि कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या होता है?

Computer ka full form म Commonly Operated Machine Particularly Used For Technical Education and Research होता है।

C → Commonly (आमतौर पर)

O → Operated(संचालित)

M → Machine(मशीन, यंत्र, उपकरण)

P → Particularly(विशेष रुप से)

U → Used(प्रयुक्त)

T → Technical(तकनीक)

E → Education(शैक्षणिक)

R → Research(अनुसंधान)

कंप्यूटर के बहुत सारे फुल फॉर्मस होते हैं। तो आइए उनके बारे में भी कुछ जानते हैं। जो आपके लिए लाभदायक हो सकता है।

  1. Common operating machine particularly used for trade education and research.
  1. Common operation made possible under technical engineering research.
  1. Common operating machine particularly used for training education and research.
  1. Capable of making particularly uncomplicated tasks extremely rigorous.
  1. Complicated office machine put under tremendous effort to reduce manpower.

Computer Se Jure Full Form Ki Puri Jankari

कंप्यूटर की विशेषताये 

कंप्यूटर अपनी विशेषताओं की वजह से ही आज हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है।

कंप्यूटर की विशेषताओं को लिख पाना संभव नहीं है। क्योंकि मानव अपनी जीवन में कंप्यूटर के उपयोग के बिना अपने जीवन जीने की कल्पना भी नहीं कर सकता आज ये इतना अधिक हमारे कामो के लिए महत्वपूर्ण हो गया है.

इसलिए कंप्यूटर के विशेषताओं को लिख पाना मुश्किल है। लेकिन फिर भी कंप्यूटर के कुछ प्रमुख विशेषताओं के बारे में जानते हैं जो इस प्रकार है:-

  • गति (Speed)
  • सटीकता (Accuracy)
  • स्वचालित (Automation)
  • स्थाई भंडारण (Permanent storage)
  • विशाल भंडारा क्षमता (Large storage)
  • गोपनीयता (Secrecy)
  • जल्द निर्णय (Quick decision)

कंप्यूटर की पहली विशेषता इसकी स्पीड है क्योंकि अगर इसकी तुलना व्यक्ति से करते हैं तो अगर कोई व्यक्ति किसी काम को वर्षों तक करें और वही काम को कंप्यूटर करें तो कंप्यूटर कुछ घंटे नहीं कुछ मिनटों में ही कर सकता है। यह सभी काम को बिना गलती किए सही-सही बिल्कुल सटीकता से करता है। इसकी कार्य क्षमता बहुत ही अधिक होती है।

कंप्यूटर में किसी भी डाटा को स्टोर करके रखने की भी क्षमता बहुत अधिक होती है। इस तरह से कंप्यूटर के अनगिनत विशेषताएँ होती हैं।

Conclusion on Computer Ka Full Form:

दोस्तों उम्मीद है की अब जान गए होंगे की Computer ka full form kya hai or कंप्यूटर का उपयोग क्यों किया जाता है

अगर आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो इससे शेयर करे और अगर कोई सवाल हो तो कमेंट में लिख कर जरूर बताये

Teachers Day Quotes in Hindi 2022 (शिक्षक दिवस बधाई सन्देश)

दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं की भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्ण के जन्मदिन के शुभ अवसर पर हर वर्ष 5 सितंबर को Teachers Day (शिक्षक दिवस) के रूप में मनाया जाता है।

डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्ण एक महान शिक्षक के साथ-साथ भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। इस दिन को खास बनाने के लिए विद्यार्थी अपने शिक्षक को तरह-तरह का उपहार देकर अपना प्यार और सम्मान को दर्शाते हैं।

हमारी संस्कृति में गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर माना गया है। गुरु और शिष्य का रिश्ता पावन रिश्ता में से एक है। यह रिश्ता अनमोल होता है। गुरु का हर एक व्यक्ति के जीवन में खास महत्व होता है।

ऐसा कहा जाता है कि गुरु के बिना सही रास्तों पर चल पाना बहुत ही मुश्किल होता है। गुरु ही आपके सही मार्ग दर्शक होते हैं। गुरु ही आपको सही रास्ता दिखाते हैं। वहीं जिसके लिए कई बार कड़ी परीक्षाओं से भी गुजरना पड़ता है। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि माता-पिता से बढ़कर अपने जीवन में शिक्षक का बहुत होता है।

क्योंकि सही ज्ञान हमें शिक्षक से ही मिलता है। हम सभी जानते हैं कि ज्ञान ही इंसान को एक अच्छा आदमी बनाता है। 

ज्ञान ही आपको सही जीवन जीने योग्य बनाता है।

Teachers day quotes in hindi

Teacher’s Day के दिन विद्यार्थी अपने स्कूल में भाषण और शायरी बोल कर अपने शिक्षकों के प्रति प्रेम, आदर, और सम्मान को व्यक्त करते हैं। सिर्फ स्कूल कॉलेज के टीचर्स को ही नहीं बल्कि जिंदगी में कुछ ना कुछ नया सीखाने वाले हर शख्स को गुरु मान कर उन्हें Teacher’s Day (शिक्षक दिवस) की बधाई देने का ट्रेड है।

क्योंकि अभी का दौर सोशल मीडिया का है। लिहाजा, अब की दौड़ में विद्यार्थि फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वटर, पर भी विद्यार्थी अपने गुरु को Teacher’s Day wish करते हैं बधाई देते हैं।

Teacher’s Day पर आधारित यह सभी Quotes उन समस्त शिक्षकों को समर्पित है। जो भारत के बेहतर भविष्य के निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं।

तो आइए हम और आप अपने गुरु के सम्मान में शिक्षक दिवस पर अनमोल वचन(Teachers Day quotes in Hindi) पढ़ें और शेयर करें।

Best Teachers Day Quotes In Hindi 2022

(1). जो बनाए हमें इंसान और दे सही गलत की पहचान,

       देश की उन निर्माताओं को हम करते हैं शत-शत प्रणाम।

(2). अज्ञानता को दूर करके ज्ञान की ज्योति जलाई है,

       गुरु के चरणों में रहकर हम शिक्षा पाई हैं,

       गलत राह पुर भटक के जब हम,

‌‌       तो गुरु नहीं ही सही राह दिखाई है।

Inspirational Teachers Day Quotes In Hindi

(3).  गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर होता है क्योंकि गुरु हमें भगवान तक पहुंचाने का मार्ग बताते हैं।

(4).  शिक्षा वह तपस्या है जो जीव को इंसान बनाती हैं।

Happy Teachers Day Quotes in Hindi

(5). बच्चों के भविष्य के निर्माण का सबसे बड़ा जिम्मेदार व्यक्ति उसका शिक्षक होता है।

(6) स्वयं भगवान राम और भगवान श्री कृष्ण को भी गुरु की जरूरत पड़ी क्योंकि गुरु के बिना शिक्षा संभव नहीं है।

(7). बिना शिक्षा के इंसान भी पशु समान है।

Teachers Day Quotes In Hindi Text

(8). अध्यापन एक पेसा नहीं बल्कि यह एक शिक्षक का समाज को योगदान है।

(9).  केवल शिक्षित नहीं बल्कि सुशिक्षित बनिये।

(10). माता-पिता आपको जीवन देते हैं लेकिन अच्छा जीवन कैसे जीना है यह एक शिक्षक ही बताता है।

(11). शिक्षक वह जोहड़ी है जो छात्रों को तराश कर हीरे की तरह चमकाता है।

(12).  आपकी ग़लतियाँ ही आपकी सबसे बड़ी शिक्षक होती है।

(13). शिक्षक समाज का सबसे आदरणीय व्यक्ति है।

Happy Teachers Day Quotes In Hindi

(14). गुरु और शिष्य का रिश्ता धरती के सबसे बड़े रिश्तो में से एक है।

(15). बच्चों की भविष्य की नींव का पहला पत्थर शिक्षक ही रखता है।

(16). मां करुणा, प्रेम, और निर्भयता की सबसे बड़ी शिक्षक है।

(17). सच्चा शिक्षक अपने अनुभव से सिखाता है, किताब से नहीं।

(18). बच्चों में पढ़ाई की भूख जगाना भी एक शिक्षक का ही कर्तव्य है।

(19). मां – बाप बच्चे को जन्म देते हैं लेकिन शिक्षक ही बालक का बौद्धिक निर्माण करते हैं।

(20). जो व्यक्ति अपनी शिक्षा और गुरु का सम्मान नहीं कर पाता, वह जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता।

(21). जिस व्यक्ति का सीखना खत्म, समझो उसकी जिंदगी खत्म।

(22). शिक्षा हासिल करने की कोई उम्र नहीं होती, व्यक्ति जीवन भर सीखता है।

(23). इंसान पूरे जीवन में सबसे ज्यादा समाज से सीखता है और इसके बाद अपनी संगति वालों से।

(24). मां बच्चों की पहली शिक्षक होती है।

(25). बीते समय को भूल जाइए लेकिन पुरानी ग़लतियों से मिली शिक्षा को कभी ना भूले।

Best Quotes on Teachers Day Quotes in Hindi

(26). गुरु की कोई उम्र नहीं होती अगर आप अपने से छोटी उम्र की व्यक्ति से भी कुछ सीखते हैं तो वह आपका गुरु है।

(27). कबीर दास ने कहा था कि गुरु की महिमा का वर्णन करना शब्दों में संभव नहीं है।

(28). बिना गुरु के आप सिर्फ किताबें पढ़ सकते हैं ज्ञानी नहीं बन सकते।

(29). शिक्षक एक सफल राष्ट्र का निर्माण करता है।

(30). शिक्षक की ज़िम्मेदारी है कि बच्चों को केवल किताबी ज्ञान ना दे बल्कि अच्छे संस्कार भी दे।

(31). आपके संस्कार बताते हैं कि आपके गुरु ने आपको क्या सिखाया है।

(32). शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी पाना नहीं हो, बल्कि बालक का सर्वांगीण विकास शिक्षा का मूल उद्देश्य होना चाहिए।

Top Quotes on Teachers Day Quotes in Hindi

(33). गुरु एक बालक की बुद्धि का सृजन कर्ता है वह जो बीज बोता है वैसा ही पेड़ बनता है।

(34). ज्ञान देने वाले गुरु ना हो तो वह संसार आज भी अज्ञान में भटका होता।

(35). ज्ञान का दान को ही सबसे बड़ा दान कहा गया है क्योंकि धन का दान सीमित समय तक सुख देता है लेकिन ज्ञान जीवन भर सुख देता है।

(36). शिक्षकों को चाहिए कि बच्चे अगर गलत प्रश्न पूछे तो उन्हें हतोत्साहित ना करें बल्कि सही का ज्ञान दें।

(37). ग़लतियाँ सबसे बड़ी शिक्षक होती हैं, उनसे सीखे।

(38). शिक्षक वह है जो बच्चों के मन तक को पढ़ लेता है।

Best Teachers Day Quotes In Hindi

(39).साक्षर और शिक्षित में सबसे बड़ा फर्क यही है कि साक्षर को केवल किताबी ज्ञान होता है लेकिन शिक्षित व्यक्ति को अच्छा, बुरा, सही, गलत, सुकर्म, कुकर्म हर विषय का ज्ञान होता है।

(40). शिक्षा सबसे अमूल है जिसका कोई मूल्य नहीं चुकाया जा सकता।

(41). इंसान और जानवरों में यही फर्क है कि इंसान सीखता है और शिक्षा लेता है।

(42). शिक्षा का सबसे बड़ा उद्देश्य अच्छे चरित्र का निर्माण करना है।

(43). जो लोग दूसरे को कुछ सिखाने से कतराते हैं वह कभी अच्छे शिक्षक नहीं बन सकते।

Inspirational Teachers Day Quotes In Hindi

(44). एक महान शिक्षक केवल ज्ञान ही नहीं देता बल्कि बालों को प्रेरित भी करता है।

(45). शिक्षक को चाहिए कि शिक्षा को इतना सुगम बनाने की सभी छात्र उसे आसानी से समझे।

(46). व्यक्ति की अंतरात्मा सबसे महान गुरु होती है।

(47). आपका शिक्षक ही आपका सबसे बुद्धिमान सलाहकार है।

(48). शिक्षक बच्चों को अच्छा विचारक बनाएं उन्हें नया-नया सोचने को प्रेरित करें।

(49). शिक्षक वह मोमबत्ती है जो खुद जल कर सबको उजाला देता है

(50). शिक्षक बच्चों को जागरूक बनाये।

(51). सफलता अच्छी शिक्षक नहीं होती बल्कि असफलता अच्छी शिक्षक होती है।

(52). जब तक बच्चों के मन से डर नहीं निकलेगा तब तक वह अच्छी शिक्षा नहीं पा सकते।

(53). हमे शिक्षित करने के लिए आपने जो कड़ी मेहनत और प्रयत्न किए हैं हम उसके सदा आभारी रहेंगे।

(54). मैं भाग्यशाली था कि मुझे आप जैसा गुरु मिला।

(55). प्रिय टीचर हम जो भी आज हैं हमें वह सब बनाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

निष्‍कर्ष: Teachers Day Quotes

दोस्तों उम्मीद करता हु की टीचर्स डे कोट्स इन हिंदी जो अभी अपने पढ़ा वो आपको पसंद आयी होगी दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो इससे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे इस लेख से ज़ुरा कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट सेक्शन में लिख जरूर बताये

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