आज इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको बताने वाले है की Artificial Intelligence Kya Hai.
दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज के जमाने में Technology का ही बोल-बाला है। हमारे सुख-सुविधा के लिए दिन-प्रतिदिन एक से बढ़ कर एक Technology विकसित हो रहे हैं।
जिस समय कंप्यूटर का आविष्कार हुआ था उस समय किसी ने यह भी नहीं सोचा होगा कि कभी Smart-Phone जैसी कोई चीज भी बनायें जाएंगे।
लेकिन कहा गया है ना कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है। जिस तरह से हमारी आवश्यकता बढ़ती है Technology भी उसी तरह से विकसित किया जाता है।
(जैसे- Robot, Computer, Laptop, Mobile, ATM , Automatic Machine और इस तरह से ना जाने कितने मशीन का आविष्कार किया गया)
अब तो ऐसा भी मशीन बनाया गया है जो इंसान की तरह सोच कर किसी समस्या का हल निकाल सके।
Technology को एक अलग स्तर पर ले जाने के लिए कंप्यूटर साइंस के कुछ वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कॉन्सेप्ट को दुनिया के सामने रखा। जिसका मूल उद्देश्य था कि एक ऐसे कंप्यूटर कंट्रोल्ड रोबोट या इंटेलीजेंट मशीन या सॉफ्टवेयर बनाया जाए जो कि मनुष्य की तरह बुद्धिमान हो। और वह बिल्कुल मनुष्य की तरह सोच समझकर किसी समस्या का समाधान कर सके तथा जिसमें अपने निर्णय लेने की क्षमता हो।
हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि Technology मे इस तरह का Development ठीक नहीं होगा। क्योंकि ऐसी मशीन से भविष्य में मानव अस्तित्व को ही खतरा हो सकता है।
वर्तमान समय में ऑटोमेटिक मशीन और कंप्यूटर का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा होने लगा है और इनमें जो तकनीक का उपयोग होता है उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस करते हैं।
हम यह भी कह सकते हैं कि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस ने ही ऑटोमेटिक मशीन और कंप्यूटर को सोचने और समझने की क्षमता देता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मूल काम यह है कि ऐसे इंटेलिजेंट मशीन बनाएं जो कि मनुष्य के जैसे ही बुद्धिमान हो और उसमें अपने निर्णय (Decision) लेने की क्षमता हो।
दोस्तों आर्टिफिशियल का मतलब कृत्रिम होता है जो किसी व्यक्ति के द्वारा बनाया जाता है और इंटेलिजेंस का मतलब बुद्धिमता होता है जो खुद की सोचने की शक्ति रखता हो। अतः आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब कृत्रिम बुद्धिमता होता है।
तो दोस्तों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में इतना जानने के बाद आपके मन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े बहुत सारे सवाल होंगे। हमें मालूम है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में कुछ लोगों को मालूम होगा लेकिन बहुत से लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में नहीं मालूम होगा।
जिन लोगों को मालूम नहीं है उनको अब फिक्र करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ उनको मेरा यह आर्टिकल शुरू से अंत तक पढ़ना होगा। जिससे उनको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त हो जाएगी। क्योंकि आज हम अपनी इस आर्टिकल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी सभी जानकारी विस्तार में शेयर करने वाले हैं।
जैसे की Artificial Intelligence Kya Hai ? और इसका इस्तेमाल कैसे करें? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इतिहास, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का लक्ष्य इत्यादि
तो दोस्तों अगर यह जानकारी आपको अच्छा लगता है तो आप अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं। तो चलिए सबसे पहले जानते है की Artificial Intelligence Kya Hai?
Artificial Intelligence Kya Hai (What is Artificial Intelligence in Hindi)?
दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कंप्यूटर या कोई मशीन या फिर कोई भी ऑटोमेटिक मशीन किसी भी कार्य को बहुत सटीक और बहुत तेजी से कर सकता है। जो किसी भी व्यक्ति के लिए संभव नहीं है।
इसलिए Computer Science के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मशीन को विकसित करने के बारे में सोचा जो मानव के जैसे ही किसी भी समस्या को सोच-समझकर उसका समाधान कर सके।
इसके अलावा उस मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता हो। इसके साथ-साथ वह बोल सके, एक्टिंग कर सके, कुछ भी सीख सके, तथा उसमें Feelings हो Emotion भी हो।
और इस तरह से ऑटोमेटिक मशीन में सॉफ्टवेयर को Develop करना ही तथा उस मशीन में सोचने समझने की क्षमता को ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( AI ) या कृत्रिम बुद्धिमता कहते हैं।
ये सोचने समझने की क्षमता प्रकृति के द्वारा मानव में दी गई है ठीक उसके विपरीत मानव द्वारा उस मशीन में सोचने समझने की क्षमता दी जाती है। इसलिए इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं।
दोस्तों अगर आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और और अच्छी तरह से समझना चाहते हैं तो आपके लिए Robot Movie आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का को समझने के लिए एक अच्छा उदाहरण हो सकता है। क्योंकि Robot Movie Artificial Intelligence पर ही आधारित फिल्म है।
दोस्तों अभी अपने जाना की Artificial Intelligence Kya Hai. अब इसके बारे में विस्तार से समझते है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण
उम्मीद है की आप आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के बारे में समझ गए होंगे. अब आपको इसके कुछ उदाहरण दे रहे है जिससे आपको ये समझ आ सके की आज के समय में ये किस रूप में उपयोग हो रहा है और क्या काम कर प् रहा है.
Alexa
Siri
Tesla
Netflix
Amazon and Online Commerce
Nest
Cogito
Echo
Spam Filters
Social Networks
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इतिहास
1950 के दशक में ही Artificial Intelligence Research की शुरुआत हुई थी। लेकिन कई दशक के प्रयास के बाद भी कंप्यूटर में इस तरह का Software Developer नहीं हो पाया जो इंसान की तरह सोच-समझ कर निर्णय ले सके। जो बिल्कुल इंसान की तरह कार्य कर सकें।
लेकिन कहा गया है ना कि लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।
कंप्यूटर साइंस के वैज्ञानिकों ने इस बात को सही साबित कर दिया। जापान, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के देशों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विकसित करने के लिए अपने अपने टेक्नोलॉजी को विकसित करने का काम शुरू कर दिया।
आगे चल कर Norbert Wiener द्वारा की गई खोज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के शुरुआती विकास में बहुत हद तक सफल साबित हुआ। इससे एक आशा की किरण दिखाई दी। उन्होंने यह सिद्ध किया कि Intelligent Behaviour प्रतिक्रिया तंत्र के परिणाम होते हैं।
कंप्यूटर साइंस के वैज्ञानिकों के अथक प्रयास के बाद 1970 के दशक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को थोड़ा पहचान मिली।
जापान ने भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च पर 1981 में पहल की। उसने ‘फिफ्थ जनरेशन’ नामक योजना की शुरुआत की।
ब्रिटेन ने भी ‘एल्वी’ नामक एक प्रोजेक्ट को बनाया जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सॉफ्टवेयर डेवलप कर सके।
यूरोपीय संघ के देशों ने भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ओर ध्यान दिया उन्होंने भी इस ‘एस्प्रीट’ नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की।
Modern आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दिशा में एक और बड़ा कदम का निर्माण हुआ। 1955 में Newell और Simon द्वारा Design किया गया यह first आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Program माना जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार
दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज के समय में हम सब कहीं न कहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी ऑटोमेटिक मशीन का प्रयोग करते ही रहते हैं। इसका उपयोग भी हमारे लाइफ में दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।
इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि ऑटोमेटिक मशीन का इंसान की तुलना में अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करना है।
इसकी उपयोगिता को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि वह दिन दूर नहीं जब किसी हॉलिवुड मूवी की तरह ही रोबोट का दबदबा हमारी दुनिया पर होगा।
आइए हम जानते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार:-
कमजोर बुद्धिमता (Week Artificial Intelligence )
कमजोर बुद्धिमता या Week आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नैरो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नाम से भी जाना जाता है। यह मशीन किसी स्पेसिफिक डिवाइस में ही अच्छे काम कर सकती है। यह मशीन अपना काम करने में स्मार्ट नहीं होती है। परंतु उन्हें ऐसा बनाया जाता है कि वे स्मार्ट लगे।
उदाहरण के लिए अगर आपका कंप्यूटर चेस गेम खेलता है तो गेम खेलने में ही एक्सपोर्ट रहेगा और बाकी कोई भी काम नहीं कर सकेगा। इसलिए इसे Week आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस करते हैं।
मजबूत बुद्धिमता (Strong Artificial Intelligence)
मजबूत बुद्धिमता या Strong आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा सिस्टम है जिसमें इंसान और मशीन दोनों का दिमाग लगभग बराबर हो जाता है। Strong Artificial Intelligence ऐसी मशीन बनाता है जो वास्तव में इंसान की तरह सोच और कार्य कर सकती है यानी जो काम इंसान सोच समझकर आसानी से कर सकता है वह सब काम रोबोट या मशीन आराम से कर पाते हैं। इसलिए इसे Strong आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है।
विलक्षणता (Singularity Artificial Intelligence)
कमजोर बुद्धिमता और मजबूत बुद्धिमता के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में विलक्षणता भी शामिल हो सकती है।
Super Artificial Intelligence
दोस्तों यह अभी तक नहीं बनाया जा सका ।पर शायद हमारा भविष्य ही होने वाला है जिसमें रोबोट और मशीन इंसान से कहीं बेहतर सोच समाज और विचार रख सकेंगे। यानी मशीन इंसान को काफी पीछे छोड़ देगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने इंसानों के काम को बहुत ही आसान बना दिया हैं। जो काम एक से इंसान मिलके करते हैं। उसे एक मशीन कुछ ही सेकंड में पूरा कर सकता है।
लेकिन यह सुविधा भी हमारे लिए खतरा बन सकता है। क्योंकि अभी तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त मशीन इंसानों द्वारा दी गई प्रोग्राम से ही चल रही है। लेकिन जब मशीन खुद निर्माण करने लगी तो इंसानों को मुश्किल में डाल सकती है।
अगर यह बात आप समझना चाहते हैं कि इस तरह का
मशीन इंसान को कैसे मुश्किल में डाल सकता है तो इसका उदाहरण रोबोट मूवी हो सकता है क्योंकि उसमें रोबोट अपनी मनमानी ढंग से काम करने लगता है जो की इंसानों के लिए बहुत ही घातक हो जाता है।
इसलिए इसके डिवेलप के लिए सोच समझकर कार्य करने की आवश्यकता है। अगर ऐसा मशीन बने तो यह ध्यान में होना चाहिए कि इसका प्रोग्रामिंग सिस्टम इंसान के हाथों में ही हो ना की मशीन के हाथों में। तो दोस्तों हमें उम्मीद है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी जानकारी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्यों महत्वपूर्ण है?
हम तकनीकी प्रगति से भरे इस युग में जीने के लिए एक विशेषाधिकार प्राप्त पीढ़ी हैं।
वे दिन गए जब लगभग सब कुछ मैन्युअल रूप से किया जाता था, और अब हम उस समय में रहते हैं जहां बहुत सारे काम मशीनों, सॉफ्टवेयर और विभिन्न स्वचालित प्रक्रियाओं द्वारा किए जाते हैं।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता सभी कंप्यूटर सीखने का आधार बनती है और सभी जटिल निर्णय लेने का भविष्य है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता आज लगभग हरेक क्षेत्र में काम को आसान बना रहा है और काम काम समय में हो प् रहा है.
विभिन्न क्षेत्रों में मानवीय प्रयासों को कम करने के लिए एआई सिस्टम पर्याप्त कुशल हैं।
उद्योग में विभिन्न गतिविधियों को करने के लिए, उनमें से कई कृत्रिम बुद्धि का उपयोग मशीन बनाने के लिए कर रहे हैं जो नियमित रूप से विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन करते हैं।
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का आज इन क्षेत्रो में बहुत ज्यादा योगदान है.
- चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में
- एयर ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में
- बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों के क्षेत्र में
- गेमिंग और मनोरंजन के क्षेत्र में
- कृषि के क्षेत्र में
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कैसे किया जाता है?
दोस्तों जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हमारे जीवन में बहुत ही अधिक हो गया है।
हम ना जाने दिन भर में कितनी बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करते हैं। अब इसके बिना भी जिंदगी की कल्पना नहीं की जा सकती। ऐसा हम क्यों बोल रहे हैं
आइए इसके उपयोग को बताते हैं जिससे आपको खुद ब खुद समझ में आ जाएगा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हमारे जीवन में कितना महत्व रखता है।
- 24×7 उपलब्धता
हम सभी जानते हैं कि मनुष्य लगातार काम नहीं कर सकता। लेकिन मशीन में ऐसा नहीं है वह बिना ब्रेक के लिए हुए लगातार (24×7) काम कर सकता है। और वो भी बिल्कुल सटीक और बढ़िया से कर सकता है। उसे रिफ्रेश होने की भी आवश्यकता नहीं होती है।
इसलिए इसे लंबे समय तक काम करने के लिए प्रोग्रामिंग राहुल है रो है लेकिन ये हो ये लो हो रो हनन समझ सेट किया जा सकता है। मशीन किसी भी काम करने में नहीं रुकता है और ना ही विचलित होता है। वह लगातार सही से काम कर सकता है जो आप किसी भी व्यक्ति से उम्मीद नहीं कर सकते हैं।
- डिजिटल सहायता
Technology का उपयोग करके बहुत से संगठनों ने अपने ग्राहकों के बातचीत करने के लिए मशीन को लागू कर दिया है।इसके अलावा बहुत से कंपनियों और बैंको में आपको ऑटो मस्सागिंग, ऑटो रिप्लाई का विकल्प मिलता है जिससे की आप अपने समस्या से जुड़े सवाल पूछते है और आपको ऑटोमेशन के जरिये उससे जुड़े जवाब कुछ ही सेकण्ड्स में मिल पाता है.
- Day-To-Day आवेदन
आप सभी जानते हैं कि मोबाइल भी हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण हो गया है। यदि आप इस Smart Phone का उपयोग करते हैं तो इसका मतलब आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही आनंद ले रहे हैं। आप ATM का उपयोग कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर रहे हैं।
मोबाइल में Google Assistant का इस्तेमाल करना भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करना है।
अगर आप ऑटोमेटिक ड्राइविंग कार का इस्तेमाल करते हैं या फिर GPS की मदद लेते हैं यह सब आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही उपयोग कर रहे होते हैं।
इस तरह से ना जाने हम दिन भर में कितना बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन का उपयोग करते हैं।
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निष्कर्ष: Artificial Intelligence Kya Hai
इस लेख में बताई गई बातों की तुलना में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत अधिक महत्व रखती है। यह आने वाले समय में इसका महत्व बढ़ता रहेगा।
इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से आप जान पाए की Artificial Intelligence Kya Hai और इसका जीवन में क्या महत्व है। आपको लेख के बारे में कैसा लगा, हमें लिखें। हमारे ब्लॉग पर बने रहें।
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