Anant Chaturdashi 2022: अनंत चतुर्दशी क्यों मनाते हैं

0

Anant Chaturdashi 2022: हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है. पर बहुत सारे ऐसे भी लोग है जिन्हे ये नहीं मालूम की अनंत चतुर्दशी क्या है और अनंत चतुर्दशी क्यों मनाई जाती है अगर आपको भी अनंत चतुर्दशी के बारे में नहीं मालूम है तो आप बिलकुल सही जगह पर है

इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको अनंत चतुर्दशी त्यौहार के बारे में सब कुछ बताने वाले है जैसे की अनंत चतुर्दशी क्या है इससे क्यों मानते है इस त्यौहार का क्या महत्व है और इस साल में अनंत चतुर्दशी कब है .

Anant Chaturdashi Kya Hai, Anant Chaturdashi Kyu Manate Hai, Anant Chaturdashi Katha, Anant chaturdashi Wishes in Hindi, Anant Chaturdashi Puja Vidhi

Anant Chaturdashi

Anant Chaturdashi Kya Hai?

भगवन विष्णु को प्रसन्ना करने के लिए भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को व्रत रकह जाता है जिससे अनंत चतुर्दशी कहा जाता है .

अनंत चतुर्दशी के त्यौहार को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है ख़ास बात तो ये भी की अनंत चतुर्दशी के दिन ही गणेश विषर्जन भी किया जाता है

इस दिन भगवान विष्णु जिन्हे जगत के पालन हारा कहा जाता है उनके रक्षा स्वरूप की पूजा की जाती हैं।

Anant Chaturdashi Kyon Manate Hai

इस दिन भगवान विष्‍णु की पूजा की जाती है। इस दिन विधि विधान से पूजा करने से समस्‍त संकटों का नाश होता है।

Anant Chaturdashi Kab Hai 

अनंत चतुर्दशी  हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है. इस साल अनंत चतुर्दशी 9 सितंबर 2022 को मनाया जाएगा.

Anant Chaturdashi 2022 

इस साल अनंत चतुर्दशी 9 सितंबर 2022, शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा. यह व्रत सुबह 06 बजकर 25 मिनट पर शुरू होगा और शाम 06 बजकर 07 मिनट तक सूर्यास्त तक चलेगा.

त्यौहार का नामAnant Chaturdashi (अनंत चतुर्दशी 2022)
कब मानते हैसितंबर में  
अनंत चतुर्दशी 2022 में कब है9 सितंबर 2022, शुक्रवार के दिन
क्यों मनाते हैसमस्‍त संकटों का नाश होने के लिए
कैसे मनाते हैपुजा होने के बाद अनंत नाम के लाल धागे को बाईं भुजा के ऊपरी हिस्‍से पर बांध कर

अनंत चतुर्दशी पूजा की विधि (Anant Chaturdashi 2022 pooja vidhi) 

अनंत चतुर्दशी के शुभ दिन पर सुबह स्नान करने के बाद पूजा स्थल पर कलश स्थापित किया जाता है और उसके सामने विष्णु भगवान  की तस्वीर राखी जाती है . एक धागे को कुमकुम, केसर और हल्दी से रंगकर अनंत धागा बनाया जाता है और उसमें चौदह गांठें लगाएं. इस सूत्र को भगवान विष्णु की तस्वीर के सामने रख दिया जाता है.

अब भगवान विष्णु और अनंत सूत्र की पूजा की जाती है पूजा करने के बाद इस अनंत सूत्र को बाजू में बांध लिया जाता है. ऐसे माना गया है कि इस सूत्र को धारण करने से सभी संकटों का नाश हो जाता है

यह भी पढ़े:

अनंत चतुर्दशी का महत्व (Significance of Anant Chaturdashi 2022 in Hindi)

अनंत चतुर्दशी को लेकर पुराणों में खास महत्‍व बताया गया हुआ है। मान्‍यता के अनुसार, इस दिन विष्‍णु भगवान की पूजा की जाती है अनंत चतुर्दशी का व्रत विष्‍णुजी के अनंत स्‍वरूप को समर्पित होता है।

इस दिन विधि विधान से पूजा करने से समस्‍त संकटों का नाश हो जाता है 

अनंत चतुर्दशी के व्रत में बिना नमक का भोजन किया जाता है। भगवान विष्‍णु के पूजा करने के बाद

आशीर्वाद स्‍वरूप अनंत नाम के लाल धागे को बाईं भुजा के ऊपरी हिस्‍से पर बांध दिया जाता है और अगले साल की अनंत चौदस तक बंधा रहने देते हैं।

Anant Chaturdashi Wishes in Hindi

ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय।
अनंत चतुर्दशी की शुभकामनाएं

ऊँ नारायणाय विद्महे।
वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।
अनंत चतुर्दशी की शुभकामनाएं

ऊँ नमो नारायण।
श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
अनंत चतुर्दशी की शुभकामनाएं

गणपति बप्पा के आशीर्वाद से,
आप अपने सभी प्रयासों में सफलता प्राप्त करें
और
भगवान विष्णु आपको अनंत सुख प्रदान करें
अनंत चतुर्दशी की बहुत बहुत बधाई

Anant Chaturdashi Vrat Katha in Hindi 2022

बहुत समय पहले की बात है एक सुमंतु नाम के ऋषि रहा करते थे। ऋषि सुमंतु की एक बेटी थी उसका नाम शीला था। जब उनकी बेटी शीला बड़ी हुई तब ऋषि सुमंतु ने उसका विवाह कौण्डिन्य मुनि से करा दिया।

ऋषि सुमंतु की बेटी ने एक बार अनंत चतुर्दशी का व्रत किया था जिसके फलस्वरूप उसके जीवन में सुख-समृद्धि आयी और उसे कभी धन की कमी नहीं हुई। 

लेकिन एक दिन कौण्डिन्य मुनि ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी के हाथ में बंधे हुए अनंत सूत्र को तोड़ दिया। सूत्र तोड़ने के बाद उन्होंने उसे आग में डाल दिया। 

जैसे ही मुनि ने ऐसा किया वैसे ही उसके जीवन में अंधकार छा गया दुःख और परेशानिया ने उन्हें घेर लिया । यह सब देख कर मुनि काफी परेशान हो गए और उन्हें किए पर पछतावा होने लगा।

FAQs on Anant Chaturdashi

प्रश्न: अनंत चतुर्दशी का मतलब क्या होता है?

उत्तर: इस त्योहार को अनंत चतुर्दशी या अनंत चौदस भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूपों की पूजा के साथ-साथ श्रीगणेश जी का विसर्जन भी किया जाता है। इस त्योहार को अनंत चतुर्दशी या अनंत चौदस भी कहते हैं।

प्रश्न: अनंत चतुर्दशी में किसकी पूजा होती है?

उत्तर: अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा की जाती है।

प्रश्न: अनंत चतुर्दशी व्रत कब है 2022?

उत्तर: अनंत चतुर्दशी व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को रखा जाता है। इस साल यह तिथि 9 सितंबर 2022, शुक्रवार को पड़ रही है। 

Conclusion: Anant Chaturdashi 2022

इस लेख के माध्यम से आपने अनंत चतुर्दशी के बारे में पूर्ण जानकारी ले पाए है दोस्तों आपको ये आर्टिकल कैसे लगा कमेंट सेक्शन में लिख कर हम जरूर बताये
पोस्ट से ज़ुरा कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट में जरूर लिखे और ये लेख से आपको जानकारी मिल पायी और आपको अच्छी लगी है तो इससे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे ताकि और लोगो को भी ये जानकारी मिल पाए

पिछला लेखहिंदी दिवस पर भाषण (Hindi Diwas Speech in Hindi)
अगला लेखBest 101+ Durga Puja Wishes in Hindi 2024